हाल ही में हुए विराट संत सम्मेलन में शामिल होने व श्री महाकाल महालोक से JIO 5G नेटवर्क की शुरुआत करने पहुंचे सीएम शिवराज सिंह चौहान ने श्री महाकाल महालोक के द्वितीय चरण के कार्यों की अधिकारियों संग समीक्षा बैठक ली और कहा कि 2023 में हमें बाबा महाकाल की नगरी की छवि व श्री महाकाल महालोक की छवि पूरी देश दुनिया में साबित करनी है. इसकी तैयारी अब शुरू कर दो. इंदौर की तरह बाबा की नगरी स्वच्छ हो. महाकाल लोक में होने वाला लेजर शो और आकर्षक हो. क्योंकि जी-20 देशों के सदस्यों ने श्री महाकाल महालोक व बाबा महाकाल के दर्शन करने की इच्छा जताई है.
सीएम ने आदेश दिये हैं कि भगवान श्री महाकालेश्वर मन्दिर के आन्तरिक परिसर को दिव्य स्वरूप प्रदान किया जाये. वीआईपी दर्शन के कारण आम दर्शन बाधित न हो यह सुनिश्चित किया जाए. सीएम ने त्रिवेणी संग्रहालय के बैठक कक्ष में 778.86 करोड़ की लागत से तैयार हो रहे श्री महाकाल महालोक के दूसरे चरण के कार्यों की समीक्षा की एवं दिशा-निर्देश दिये.
उज्जैन को लोकप्रिय बनाना है
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि श्री महाकाल महालोक परियोजना दिनों दिन लोकप्रिय होती जा रही है. इस लोकप्रियता में चार चांद लगाने एवं उज्जैन की छवि विश्वभर में लोकप्रिय करने का दुर्लभ अवसर जनवरी-2023 में आ रहा है. इस अवसर का लाभ लेकर हमें अमेरिका, इंग्लैंड सहित अन्य यूरोपीय देशों में उज्जैन की छवि को लोकप्रिय करना है. उन्होंने ने कहा कि जनवरी 2023 में इन्दौर में प्रवासी भारतीय सम्मेलन, ग्लोबल इंवेस्टर मिट एवं जी-20 देशों के सदस्यों की अध्यक्षता के कार्यक्रम को करने का अवसर मध्य प्रदेश को मिल रहा है. इस अवसर पर बड़ी तादाद में फॉरेन के विदेशी डेलीगेट्स, देश के उद्योगपति व मीडिया के लोग इन्दौर के साथ-साथ उज्जैन के श्री महाकाल महालोक आने के लिये इच्छुक हैं.
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि हमें उज्जैन की सेवा, समर्पण व यहां की अतिथि सत्कार की परम्परा को लेकर नई छवि का निर्माण करना है. जिससे लोग बाहर जाकर उज्जैन के बारे में सकारात्मक चर्चा करें और श्री महाकाल महालोक आने के लिये अन्य लोगों को प्रेरित करें. मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके लिये जनप्रतिनिधियों एवं बुद्धिजीवियों के साथ वे स्वयं आकर चर्चा कर वातावरण बनायेंगे.
महाकाल लोक के लिए चल रहे कार्यों की लागत
जिला कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि पहले चरण के 351.55 करोड़ एवं लोकार्पण के पूर्व के 44.32 करोड़ के कार्यों (नूतन स्कूल, गणेश नगर स्कूल, सौर ऊर्जा संयंत्र एवं फर्नीचर) सहित परियोजना के दोनों चरणों की लागत 1174.73 करोड़ रुपये है. दूसरे चरण के उक्त सभी निर्माण कार्यों की कुल लागत 778 करोड़ रुपये है.