पश्चिम बंगाल के बीरभूम में भड़की हिंसा के बाद राजनीति गरमा गई। पीड़ित परिवारों से मिलने आज सूबे की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी(Mamta Banerjee) बीरभूम पहुंची। इससे पहले वहां कई विपक्षी दलों के प्रतिनिधि भी जा रहें थे लेकिन जानकारी हैं कि उन्हें शान्तिनिकेतन से आगे नहीं जाने दिया गया। जिसके विरोध में वे धरना प्रदर्शन करने पर उतर आएं।
ये हैं पूरा मामला
आपको बता दे बंगाल में सत्तारूढ़ टीएमसी के नेता और बड़साल ग्राम पंचायत के उप प्रधान भादू शेख की हत्या कर दी गई थी। उन्हें अज्ञात लोगों ने गोली मार दी थी। ये घटना सोमवार देर शाम हुई थी। इसके बाद भादू शेख की मौत का बदला लेने के लिए कुछ लोगों ने बीरभूम जिले के बगटूई गांव में हिंसा भड़का दी। और घरों को आग लगाना शुरू कर दिया।
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जानकारी के मुताबिक़ इस आगजनी में 8 लोगों को ज़िंदा जला दिया गया। जिसमें 7 मृतक एक ही परिवार के थे। इस घटना के बाद गाँव में मातम और शोक की लहर दौड़ गई। अब वहां सुरक्षा के कड़े इंतजाम कर दिए गए हैं। वहीं डर के मारे ज्यादातर ग्रामीण गांव से बाहर जा चुके हैं। कहा जा रहा हैं कि बगटूई गांव में अब ग्रामीणों से ज्यादा सुरक्षाकर्मी मौजूद हैं।
ममता बनर्जी ने की ये बड़ी घोषणाएं
वहीं पीड़ितों का हाल जानने पहुंची ममता बनर्जी जब मृतकों के परिवार वालों से मिली तो वे भावुक हो गए। मुलाक़ात के बाद ममता ने उन्हें ढाढ़स बंधाया। इसके बाद 5 लाख रुपए का आर्थिक सहयोग भी दिया और हिंसा की वजह से ख़ाक हो चुके घरों की मरम्मत के लिए भी 2-2 लाख रुपए के सहयोग की घोषणा की। साथ ही हिंसा में अपनी जान गंवा चुके मृतकों के परिजनों में से 10 लोगों को नौकरी देने की घोषणा भी की।