घर बैठे-बैठे हो सकती है जेब खाली, धोखाधड़ी का नया तरीका है ई-चालान घोटाला, ऐसे करे पहचान

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ई-चालान के नाम पर एक नया घोटाला लोगों को ठगने का माध्यम बन गया है। इस स्कैम में अपराधी फर्जी ई-चालान संदेश भेजते हैं, जिससे लोगों को यह भ्रम होता है कि उन्हें असली चालान का भुगतान करना है।

इस घोटाले में भेजे गए संदेशों में एक लिंक शामिल होता है, जिस पर क्लिक करने पर उपयोगकर्ता से पैसे की मांग की जाती है। यह लिंक वास्तविक ट्रैफिक विभाग के पोर्टल जैसा दिखता है, लेकिन असल में यह एक धोखाधड़ी वाली वेबसाइट है, जो आपकी व्यक्तिगत जानकारी चुराने के लिए बनाई गई है।

घोटाले की पहचान करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण बातें ध्यान में रखें:
  1. लिंक की जांच करें: संदेश में दिए गए लिंक को ध्यान से देखें। असली सरकारी पोर्टल का यूआरएल अक्सर ‘.gov.in’ या किसी अन्य आधिकारिक डोमेन के साथ होता है। यदि लिंक में कोई वर्तनी की गलती या असामान्यताएं हैं, तो यह धोखाधड़ी का संकेत हो सकता है।
  2. विश्वसनीयता सुनिश्चित करें: किसी भी ई-चालान पर भरोसा करने से पहले, उसे पूरी तरह से पढ़ें और समझें। भुगतान करने की प्रक्रिया में जाने से पहले, सुनिश्चित करें कि आप उचित प्लेटफॉर्म का उपयोग कर रहे हैं।
  3. एनएचएआई की वेबसाइट पर क्रॉस-वेरिफाई करें: अगर आपको कोई ई-चालान मिला है, तो उसे सीधे एनएचएआई की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर चेक करें। एनएचएआई की वेबसाइट पर ई-चालान की पुष्टि करने का विकल्प उपलब्ध है, जिससे आपको सही जानकारी मिल सकेगी।
  4. अधिकारिक वेबसाइट से ही भुगतान करें: यदि आप चालान का भुगतान करना चाहते हैं, तो केवल पुलिस विभाग की आधिकारिक वेबसाइट का उपयोग करें। अनजान लिंक पर क्लिक करने से बचें और हमेशा सीधे सरकारी पोर्टल पर जाएं।

इन सावधानियों का पालन करके आप इस प्रकार के घोटालों से बच सकते हैं। अपने व्यक्तिगत जानकारी की सुरक्षा करना बहुत महत्वपूर्ण है, और किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर सतर्क रहना चाहिए।