मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता और इंदौर नगर निगम चुनाव के लिए पार्टी के मीडिया समन्वयक संतोष सिंह गौतम ने भाजपा के महापौर प्रत्याशी के समर्थन में दिए गए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के भाषण को एक ऐसे निराश और हताश नेता का भाषण बताया जो इंदौर का चुनाव जीतने की अपनी सारी उम्मीदें खो चुका है। उन्हें अपने भाषण में अपने महापौर उम्मीदवार का परिचय बताने को मजबूर होना पड़ा क्योंकि उन्हें पता है कि इंदौर की जनता ने इस नाम के व्यक्ति को पहले कभी अपने बीच नहीं देखा।
शिवराज सिंह चौहान ने कमलनाथ के लिए बोला कि या तो आपके पास कार्यकर्ता नहीं हैं या कार्यकर्ता हैं तो उनकी कोई इज्जत नहीं है, दरअसल यह बात तो शिवराज सिंह आपकी पार्टी पर लागू होती है क्योंकि आपने अपने कार्यकर्ताओं को उपेक्षित करते हुए, एक ऐसे उम्मीदवार को मैदान में उतारा है, जिन्हें जनता तो क्या भाजपा के कार्यकर्ता भी ठीक से नहीं पहचानते जबकि कमलनाथ ने तो एक ऐसे सेवा भावी उम्मीदवार को मैदान में उतारा है जो लगातार जनता के सुख-दुःख में साथ खड़ा है और उनके लिए संघर्ष कर रहा है। शिवराज सिंह ने कहा कि 21000 करोड रुपए के काम हम मिशन नगरोदय के तहत कर रहे हैं लेकिन आश्चर्य है कि किसी भी इंदौर वासी ने यह बात पहले कभी नहीं सुनी! इंदौर वासी तो केवल यह जानते हैं कि इन्हीं मुख्यमंत्री महोदय ने अब तक 21000 से अधिक झूठी घोषणाएं जरूर की हैं।
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शिवराज सिंह ने यह भी कहा कि हम इंदौर के विकास और जनता के कल्याण में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे, मुख्यमंत्री ऐसा बोलकर आप इंदौर की जनता के जख्मों पर नमक छिड़क रहे हैं क्योंकि पूरा इंदौर जरूरत से ज्यादा टैक्स वसूले जाने से परेशान है, 3 दिन में एक बार जनता को नर्मदा का पानी मिल पा रहा है, अघोषित बिजली कटौती अपने चरम पर है, सफाई के नाम पर छोटे ठेले वालों, गुमटी वालों को तानाशाह नगर निगम और असंवेदनशील प्रशासन ने उखाड़ कर फेंक दिया है, नगर निगम की “पीली गैंग” की दहशत जनता के दिलों में बैठ गई है, युवा पूरी तरह से बेरोजगार है, कोरोना के बाद से व्यापार-धंधे का बुरा हाल है और सरकार किसी की कोई सुध नहीं ले रही है।
इसलिए इंदौर की जनता मुख्यमंत्री की नाटकीयता और झूठी घोषणाओं से प्रभावित होने वाली नहीं है और वह अपने महापौर के रूप में संजय शुक्ला को निर्वाचित करने का पूरा मन बना चुकी है क्योंकि जनता जानती है कि नगर निगम की तानाशाही का विरोध करना हो, पानी की समस्या हल करने के लिए बोरिंग कराना हो या महामारी के समय जब नगर वासियों के प्राण संकट में हों तो संजय शुक्ला ही वह शख्स है जो जनता के साथ चट्टान की तरह हमेशा खड़ा रहा है।