शुक्रवार से राहुल गांधी ने अपनी बिहार चुनाव की पहली रैली की। बिहार के नवादा विधानसभा इलाके में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी एवं राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष तेजस्वी यादव ने चुनावी रैली को संबोधित किया। राहुल गांधी ने प्रवासी मजदूरों का और चीन से चल रही तनातनी का मुद्दा उठाया तो तेजस्वी यादव ने लोगो को वादा किया की उनकी सरकार बनने के बाद वो लोगो को रोजगार दिलवाएँगे।
राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि जब चीन से लड़ते हुए बिहार के जवान शहीद हुए थे,उस दिन हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री ने क्या कहा और क्या किया, सवाल ये है. लद्दाख मैं गया हूं, लद्दाख में हिंदुस्तान की सीमा पर बिहार के युवा अपना खून-पसीना देकर जमीन की रक्षा करते हैं. चीन ने हमारे 20 जवानों को शहीद किया और हमारी जमीन पर कब्जा किया, लेकिन प्रधानमंत्री ने झूठ बोलकर हिंदुस्तान की सेना का अपमान किया।
बाद में राहुल ने अपने भाषण में मजदूरों के पलायन का मुद्दा उठाके हुए कहा कि यह सचाई है की पीएम मोदी ने पलायन कर रहे प्रवासी मजदूरों की मदत नहीं की। और उन्होंने बोले कि मुझे पूरा भरोसा है कि इस बार बिहार सच्चाई को पहचानने जा रहे हैं. इस बार बिहार नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार को जवाब देने जा रहा है।
तेजस्वी यादव ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि नीतीश कुमार 15 साल से बिहार के मुख्यमंत्री है, उनकी डबल इंजन की सरकार है। लेकिन थाने और ब्लॉक में बिना भ्रष्टाचार के कोई काम नहीं होता है। जो रोजगार था, उसको पीएम मोदी और सीएम नीतीश कुमार ने छीन लिया. कोरोना काल में सीएम नीतीश कुमार अपने आवास में थे, लेकिन बाहर नहीं निकले।