Amitabh Bachchan Birthday : प्रख्यात कवि सुमित्रानंदन ‘पंत’ ने दिया था ‘अमिताभ’ नाम, जानिए क्यों कहा था पिता हरिवंश राय ने ‘तुम बेटों को पूछकर पैदा करना’

Shivani Rathore
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बॉलीवुड (Bollywood) के महानायक कहे जाने वाले अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) का आज 80 वां जन्मदिन है। भारतीय फिल्म जगत में उन्होंने अपना सफर वर्ष 1969 में आई निर्देशक ख्वाजा अहमद अब्बास की फिल्म सात हिंदुस्तानी से शुरू किया था। 1971 में ऋषिकेश मुखर्जी की राजेश खन्ना स्टारर फिल्म ‘आनंद’ में उनके द्वारा की गई चरित्र भूमिका से उन्हें पहली बार एक पहचान मिली, जिसके लिए उन्हें बेस्ट स्पोर्टिंग एक्टर का फिल्म फेयर पुरस्कार भी प्राप्त हुआ। वर्ष 1973 में आई निर्देशक प्रकाश मेहरा की फिल्म ‘जंजीर’ से उन्हें बॉलीवुड के नायक और साथ ही एंग्री यंग मैन का ख़िताब भी भारतीय दर्शकों से प्राप्त हुआ।

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11 अक्तूबर 1942 को हुआ था जन्म

बॉलीवुड के इस महानायक अमिताभ बच्चन का जन्म 11 अक्तूबर 1942 को उत्तरप्रदेश के प्रयागराज ( तब इलाहाबाद) में देश के प्रख्यात कवि हरिवंश राय बच्चन और उनकी पत्नी तेजी बच्चन के घर पर हुआ था। जन्म के समय पिता हरिवंश राय बच्चन ने अपने इस बड़े बेटे का नाम इंकलाब रखा था, बाद में उनके प्रख्यात कवि मित्र सुमित्रानंदन पंत ने ‘अमिताभ’ नाम दिया जिसका अर्थ होता है कभी ना मिटने वाली आभा।

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क्यों कहा था पिता हरिवंश राय ने ‘तुम बेटों को पूछकर पैदा करना’

Amitabh Bachchan Birthday : प्रख्यात कवि सुमित्रानंदन 'पंत' ने दिया था 'अमिताभ' नाम, जानिए क्यों कहा था पिता हरिवंश राय ने 'तुम बेटों को पूछकर पैदा करना'

अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद अमिताभ बच्चन काम की तलाश में देश की राजधानी दिल्ली पहुंचे और नौकरी की तलाश शुरू की। लाख तलाशने के बाद भी अमिताभ को दिल्ली में कहीं पर भी नौकरी नहीं मिली। आकाशवाणी पर भी अमिताभ रेडियो अनाउंसर की नौकरी के लिए पहुंचे मगर वहां से भी उन्हें खराब आवाज होने का हवाला देकर निकाल दिया गया। इन असफलताओं से एक बार उनके मन में हतोत्साह घर कर गया और उन्होंने अपने पिता से सवाल करने का मन बनाया और उनके कमरे में पहुंच कर पिता हरिवंश राय बच्चन से बोले की ‘आप ने हमें पैदा क्यों किया’ , हैरान पिता अपने बेटे के इस सवाल पर उस समय कुछ नहीं बोले और उन्हें एकटक देखते रहे, अमिताभ भी पिता से कोई जवाब ना पाकर वहां से चले गए। अगले दिन सुबह पिता हरिवंश राय उनके कमरे में दाखिल हुए और एक लिफाफा देकर चले गए। अमिताभ ने जब वो लिफाफा खोला तो उसमें उनके लिए लिखी एक कविता थी जिसका शीर्षक था ‘नई लीक’, जो उनके पिता ने उनके प्रश्न के उत्तर के रूप में लिखी थी। कविता के शब्द कुछ यूँ थे –

नयी लीक

जिंदगी और जमाने की कशमकश से घबराकर,

मेरे लड़के मुझसे पूछते हैं,

“हमें पैदा क्यों किया था?

और मेरे पास इसके सिवा

कोई जवाब नहीं है कि,

मेरे बाप ने भी मुझसे बिना पूछे

मुझे पैदा किया था

और मेरे बाप से बिना पूछे उनके बाप ने उन्हें

और मेरे बाबा से बिना पूछे ,उनके बाप ने उन्हें…

जिंदगी और जमाने की कशमकश

पहले भी थी,

अब भी है, शायद ज्यादा,

आगे भी होगी, शायद और ज्यादा…

तुम ही नई लीक धरना,

अपने बेटों से पूछकर उन्हें पैदा करना !

पीएम मोदी ने दी जन्मदिन की बधाई

बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन के जन्मदिवस के अवसर पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ट्विटर हेंडल से पोस्ट करके उन्हें जन्मदिन की बधाई दी है। इस पोस्ट में उन्होंने लिखा है -अमिताभ बच्चन जी को 80वें जन्मदिन की बहुत बहुत बधाई। वह भारत की सबसे उल्लेखनीय फिल्मी हस्तियों में से एक हैं, जिन्होंने पीढ़ियों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध और मनोरंजित किया है। वह लंबा और स्वस्थ जीवन व्यतीत करें।