Why Pakistani Cricketers don’t play in IPL : इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की शुरुआत 2008 में हुई थी, और इस टूर्नामेंट ने जल्दी ही अपनी पहचान दुनिया की सबसे प्रसिद्ध और संपन्न क्रिकेट लीग के रूप में बना ली। पहले सीजन में देश-विदेश के कई नामी क्रिकेटर भाग लेने आए थे, और आईपीएल को अपनी चमक दिखाने में देर नहीं लगी। अब, 17 सीजन के बाद, आईपीएल पूरी दुनिया में एक बेहतरीन क्रिकेट टूर्नामेंट के रूप में स्थापित हो चुका है, और इसका आर्थिक महत्व भी काफी बढ़ चुका है। IPL 2025 के मेगा ऑक्शन में इटली जैसे देशों के खिलाड़ियों का नाम भी रजिस्टर किया गया था, लेकिन पाकिस्तान के क्रिकेटरों का नाम आज भी आईपीएल से बाहर है। तो सवाल यह उठता है कि जब दुनिया के कई बड़े क्रिकेट खिलाड़ी आईपीएल का हिस्सा बन सकते हैं, तो पाकिस्तान के खिलाड़ियों पर इसका प्रतिबंध क्यों लगा हुआ है?
IPL में पाकिस्तानी खिलाड़ियों का क्यों नहीं होता है चयन?
2008 में जब आईपीएल का पहला सीजन खेला गया था, तो यह एक नई शुरुआत थी। इस टूर्नामेंट के फाइनल में राजस्थान रॉयल्स ने चेन्नई सुपर किंग्स को 3 विकेट से हराया था। उसी दौरान, 26 नवंबर को मुंबई में हुए आतंकवादी हमले ने पूरे भारत को हिला दिया। मुंबई में हुए इस हमले में पाकिस्तान का नाम सामने आया, क्योंकि आतंकवादी अजमल कसाब ने खुलासा किया था कि हमले की योजना पाकिस्तान में बनाई गई थी। इस घटना के बाद, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने तत्कालीन निर्णय लिया कि पाकिस्तान के खिलाड़ियों को आईपीएल में भाग लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
पाकिस्तान खिलाड़ियों का पहला सीजन ही बना आखिरी
भारत-पाकिस्तान के रिश्तों में उस हमले के बाद खटास आ गई थी और ये बिगड़ते गए। इसके बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के साथ क्रिकेट संबंधों को लेकर कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाया और भारतीय टीम को पाकिस्तान भेजने से साफ इनकार कर दिया। इसके अलावा, पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने भारत के साथ भविष्य में कोई भी क्रिकेट मैच खेलने से मना कर दिया था। 2012-13 के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच कोई द्विपक्षीय श्रृंखला नहीं खेली गई।
आईपीएल 2008 में पाकिस्तान के 11 खिलाड़ी खेलते नजर आए थे। इनमें शोएब अख्तर, शाहिद अफरीदी, मोहम्मद आसिफ, और सोहेल तनवीर जैसे बड़े नाम शामिल थे। सोहेल तनवीर ने तो आईपीएल के पहले सीजन में शानदार प्रदर्शन करते हुए पर्पल कैप हासिल किया था। उन्होंने 11 मैचों में 22 विकेट लेकर अपनी छाप छोड़ी थी। हालांकि, आतंकवादी हमले के बाद दोनों देशों के संबंधों में आई खटास के कारण पाकिस्तान के खिलाड़ियों के आईपीएल में खेलने पर अब तक प्रतिबंध बना हुआ है।