अर्जुन राठौर। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से चुनाव में पराजित होने वाली भारतीय जनता पार्टी की प्रवक्ता नूपुर शर्मा ने अपने एक विवादास्पद बयान से भारतीय जनता पार्टी के साथ-साथ सरकार को भी भारी मुसीबत में डाल दिया और अंततः भाजपा को नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल के खिलाफ कठोर कार्रवाई करते हुए यह कहना पड़ा कि उनकी पार्टी सभी धर्मों का सम्मान करती है।
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असल में अरब देशों में जब इस पूरे बयान को लेकर विरोध की शुरुआत हुई और वहां के लोगों ने भारतीय सामान का बहिष्कार शुरू किया और अपना विरोध जताया तब कहीं जाकर भाजपा ने इतनी बड़ी कार्रवाई की इस पूरे मामले को लेकर बवाल अभी थमा नहीं है लेकिन मोदी सरकार पूरी कोशिश कर रही है कि अरब देशों की नाराजगी को बढ़ने नहीं दिया जाए वैसे भी भारत के तमाम अरब देशों से बहुत ही अच्छे संबंध रहे हैं ऐसे में वहां से भारत विरोधी आवाज आना खतरे का संकेत है यही वजह है कि अब सरकार इस पूरे मामले को गंभीरता से ले रही है ।
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इधर नूपुर शर्मा जो भारतीय जनता पार्टी की तेजतर्रार प्रवक्ता मानी जाती थी उन्होंने अपने एक बयान से पार्टी के साथ-साथ खुद को भी बड़ी मुसीबत में डाल लिया है । नूपुर शर्मा भारतीय जनता पार्टी में बेहद अहम स्थान रखती थी और उनका भविष्य भी आगे बहुत उज्जवल था लेकिन उनका एक विवादास्पद बयान उनके पूरे राजनीतिक करियर के लिए भरी नुकसानदायक साबित हुआ है और अब मांग तो यहां तक की जा रही है कि सिर्फ निलंबित करने से काम नहीं चलेगा इन लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी होनी चाहिए। इधर नवीन जिंदल और मुकुल शर्मा ने अपने बयानों में यह भी कहा है कि उन्हें लगातार धमकियां दी जा रही है और उनकी सुरक्षा की जानी चाहिए ।