दीपावली का त्योहार करीब आते ही रेलवे में यात्रियों का दबाव बढ़ गया है। रेलवे द्वारा इस अवसर पर सुविधा के लिए चलाई गई स्पेशल ट्रेनों में भी सीटें अब भर चुकी हैं। 20 अक्टूबर को दीपावली होने के कारण नई दिल्ली, मुंबई, पुणे और पटना जाने वाली ट्रेनों में 9 से 19 अक्टूबर तक टिकट उपलब्ध नहीं हैं। हालांकि, मुंबई और पुणे के लिए चल रही पूर्ण वातानुकूलित स्पेशल ट्रेनों में अभी भी टिकट बुकिंग की सुविधा मौजूद है।
नई दिल्ली जाने वाली ट्रेनों में सीटें फुल
त्योहारी सीजन को ध्यान में रखते हुए यात्रियों की सुविधा के लिए कुछ ट्रेनें विशेष रूप से चलाई गई हैं। नई दिल्ली की ओर जाने वाली प्रमुख ट्रेनों जैसे मालवा एक्सप्रेस, नई दिल्ली एक्सप्रेस, हिमाचल एक्सप्रेस, देहरादून एक्सप्रेस, अमृतसर एक्सप्रेस और दिल्ली सराय रोहिल्ला एक्सप्रेस में टिकटें पहले ही समाप्त हो चुकी हैं। वहीं मालवा और उज्जैनी एक्सप्रेस में कुछ तारीखों पर सीमित सीटें उपलब्ध हैं, लेकिन अधिकांश तारीखों में वेटिंग सूची लंबी है।
मुंबई और पुणे के लिए भी भारी वेटिंग
मुंबई की ओर चलने वाली अवंतिका एक्सप्रेस और अन्य दूरी की ट्रेनें भी वेटिंग पर चल रही हैं। केवल तेजस स्पेशल ट्रेन में कुछ टिकट अभी उपलब्ध हैं। पुणे के लिए चलाई जाने वाली दौंड एक्सप्रेस और लिंगमपल्ली एक्सप्रेस में टिकट पूरी तरह से फुल हैं। इंदौर से पुणे के लिए चल रही खिड़की स्पेशल ट्रेन में ही टिकट बुक किए जा सकते हैं। वहीं, इंदौर से पटना जाने वाली कुछ तारीखों पर सीटों की रिग्रेट सूची देखी जा रही है।
बसों में मनमानी किराया वसूली
त्योहारी सीजन में रेलवे की भीड़ के साथ सड़क मार्गों पर यात्रियों का दबाव भी बढ़ जाता है। मुंबई, पुणे, अहमदाबाद, राजकोट, जयपुर, उदयपुर, अजमेर, कोटा, ग्वालियर और रायपुर जैसी बड़ी यात्रा नगरीयों में यात्रियों की भीड़ बढ़ जाती है। आम दिनों में इन शहरों तक बस का किराया 1,000 से 1,500 रुपये होता है, लेकिन त्योहारी सीजन में बस संचालक अक्सर मनमर्जी से 2,500 से 3,000 रुपये या उससे अधिक किराया वसूलते हैं।
बुकिंग की तैयारी और सुझाव
त्योहारी सीजन में यात्रियों को पहले से ही टिकट बुक करने की सलाह दी जाती है। रेलवे और बस ऑपरेटरों की भीड़ और वेटिंग सूची को देखते हुए, जो लोग समय पर बुकिंग नहीं करते हैं, उन्हें लंबी वेटिंग सूची और महंगा किराया झेलना पड़ सकता है। इसलिए त्योहारों के दौरान यात्रा की योजना पहले से बनाना सबसे सुरक्षित विकल्प है।