RPL माहेश्वरी कॉलेज द्वारा वेबिनार आयोजित, डॉ. कुलकर्णी ने किया संबोधित

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इंदौर : जनवरी 2020 में किसी ने यह नहीं सोचा था की कोरोना का कहर भारत सहित विश्व के लगभग सभी देशों की अर्थव्यवस्था पर कहर बनकर टूटेगा .उस समय यह अनुमान लगाए जा रहे थे कि भारत की अर्थव्यवस्था 10% के से ज्यादा की दर से बढ़ेगी .परंतु लॉकडाउन के कारण हमारा जीडीपी गर्त में चला गया. सन 2021 में भी लाॅकडाउन लगाया गया परंतु हम कुछ बेहतर स्थिति में हैं ,और यह उम्मीद की जा रही है की अप्रैल से जून 2021 की तिमाही के अंत तक हम अच्छी स्थिति में आ सकते हैं.

हमारी अर्थ व्यवस्था की ग्रोथ का रेट लगभग 4 प्रतिशत होने की संभावना है . साल 2021 के खत्म होते होते अंतिम तिमाही तक हमारी अर्थव्यवस्था एक बढ़िया रफ्तार पकड़ कर आगे बढ़ने लगेगी. इसमें विदेश व्यापार के अंतर्गत वस्तु व सेवा क्षेत्र का तथा हमारे स्टॉक मार्केट ,गोल्ड ,तथा सिल्वर मार्केट का बड़ा योगदान रहेगा. आने वाले समय में स्टॉक मार्केट में निवेश करने वाले रिटेल कस्टमर का प्रॉफिट मार्जिन प्रभावी रूप से बढ़ेगा तथा सोना एक दोयम दर्जे का निवेश विकल्प बन सकता है.

हम बेरोजगारी और महंगाई को भी नियंत्रित करने में सफल होंगे इसी उम्मीद के साथ यह कहना उचित होगा कि शीघ्र ही भारत वैश्विक परिदृश्य पर एक महाशक्ति बनकर उभरेगा ,पर साथ ही भविष्य में कोरोना की लहरों से हमें सही तरीके से नियोजन कर निपटना होगा. यह बात सुप्रसिद्ध अर्थशास्त्री तथा अंतरराष्ट्रीय आर्थिक नीति सलाहकार डॉ भरत कुलकर्णी ने कही. वे आरपीएल माहेश्वरी कॉलेज द्वारा आयोजित वेबीनार में बतौर मुख्य वक्ता संबोधित कर रहे थे.

प्रारंभ में प्राचार्य डॉ राजीव कुमार झालानी ने कहा कि पैनडेमिक के कारण उद्योग ,सेवा व कृषि क्षेत्रों में लगातार गिरावट आने से एक भय का वातावरण देश में निर्मित हो गया है ,इससे निजात पाने हेतु हमें दूरदृष्टि से सही उत्पादन व आर्थिक नियोजन नीति को अपनाना होगा. वेबीनार के अंतर्गत डॉ कुलकर्णी द्वारा सहभागीयों के विभिन्न प्रश्नों के उत्तर दिए गए .इसके बाद सुप्रसिद्ध सूफी गायक श्री कपिल पुरोहित द्वारा लागी तुमसे मन की लगन , नैना ठग लेंगे,जैसे मधुर गीतों प्रस्तुति दी गई.

अंत में आपने एक सूफीयाना फ्यूजन गाया जिससे पूरा माहौल रुहानी व संगीतमय हो गया .वेबीनार में शहर के कई गणमान्य नागरिक तथा प्रदेश के कई शिक्षाविद भी शामिल हुए .वेबीनार का प्रसारण कॉलेज के यूट्यूब व फेसबुक चैनल पर लाइव किया गया जिसका लाभ हजारों लोगों ने उठाया . कार्यक्रम का संचालन प्रोफेसर खुशी वर्मा ने ,विषय प्रवर्तन डॉ मनीष खरगोनकर ने किया. तकनीकी सहयोग प्रोफेसर अंजू वर्मा का रहा व आभार प्रोफेसर अर्निका काबरा ने माना.