भारत और इंग्लैंड के बीच लॉर्ड्स में खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच में ओवर गति को लेकर एक बार फिर सवाल खड़े हो गए हैं। पहले दिन 83 ओवर फेंके गए थे, जबकि दूसरे दिन सिर्फ 75 ओवर ही डाले जा सके। इसका मतलब है कि दो दिनों में कुल 180 ओवर की जगह सिर्फ 158 ओवर ही फेंके गए, यानी 23 ओवर कम।
इससे न सिर्फ खेल की गति पर असर पड़ा है, बल्कि स्टेडियम में मौजूद और टीवी पर मैच देख रहे दर्शकों को भी निराशा हाथ लगी। टेस्ट क्रिकेट वैसे ही लंबे फॉर्मेट का खेल है और जब उसमें भी तय ओवर पूरे न हों, तो उत्साह कम होना स्वाभाविक है।

अमीर खिलाड़ियों पर जुर्माना बेअसर – माइकल वॉन
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने ओवर रेट की इस समस्या पर खुलकर अपनी नाराज़गी जाहिर की। उन्होंने बीबीसी से बातचीत में कहा, आज के दौर में खिलाड़ियों को फाइन करने से कुछ नहीं होने वाला। ये खिलाड़ी इतने अमीर हैं कि उन्हें उस जुर्माने से फर्क नहीं पड़ता। वॉन ने जोर दिया कि खिलाड़ियों को अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी। खेल की लय बनाए रखना केवल अंपायरों या प्रशासन की नहीं, बल्कि हर खिलाड़ी की जिम्मेदारी है। अगर हर दिन के 90 ओवर तय हैं, तो उन्हें किसी भी सूरत में पूरा किया जाना चाहिए।
पांचवें दिन 90 ओवर हो सकते हैं, तो पहले चार दिन क्यों नहीं?
माइकल वॉन ने बेहद तार्किक सवाल उठाया है- जब टीमें पांचवें दिन पूरा 90 ओवर का कोटा पूरा कर सकती हैं, तो पहले चार दिन क्यों नहीं? यह बात उन्होंने खिलाड़ियों के रवैये और मैच की प्लानिंग पर तंज कसते हुए कही। उन्होंने कहा कि कुछ बहाने जैसे गर्मी, चोट, ब्रेक आदि ठीक हैं, लेकिन फिर भी टीमों को जिम्मेदारी के साथ ओवर पूरे करने चाहिए। यह सिर्फ एक दो मैच की बात नहीं है- यह एक लंबी समस्या बन चुकी है, जो टेस्ट क्रिकेट की गुणवत्ता को प्रभावित कर रही है।
ICC को चाहिए सख्त नियम और कार्रवाई
माइकल वॉन का मानना है कि अब ICC को इस समस्या से निपटने के लिए सख्त कदम उठाने चाहिए। उन्होंने सुझाव दिया कि अगर टीमें निर्धारित समय में 90 ओवर पूरे नहीं करतीं, तो सिर्फ फाइन नहीं बल्कि मैच फीस में बड़ी कटौती या पॉइंट डिडक्शन जैसे उपाय किए जाएं। उन्होंने कहा, अगर टीमों को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में अंकों से हाथ धोना पड़ेगा, तो वे ओवर गति को गंभीरता से लेंगी। उनके मुताबिक, सिर्फ चेतावनी या जुर्माना देने से कुछ नहीं होगा, जब तक कि खिलाड़ियों और टीमों पर ठोस असर न डाला जाए।