1980 में रखी थी नींव, 2026 वर्ल्ड कप में धमाकेदार एंट्री, जानिए इटली की पूरी कहानी

Saurabh Sharma
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टी20 वर्ल्ड कप 2026 में एक नया और दिलचस्प नाम शामिल होने जा रहा है- इटली। जी हां, इटली की क्रिकेट टीम ने पहली बार किसी आईसीसी टूर्नामेंट के लिए क्वालीफाई किया है। अब इटली वर्ल्ड कप में खेलने वाली 15वीं टीम बन चुकी है। इस टूर्नामेंट में कुल 20 टीमें हिस्सा लेंगी, और इटली की मौजूदगी इसे और भी खास बना देगी। इससे यह साफ हो गया है कि क्रिकेट अब पारंपरिक देशों तक सीमित नहीं रहा, बल्कि यूरोप जैसे गैर-मूल्यांकन क्षेत्रों में भी इसकी पहुंच और लोकप्रियता बढ़ती जा रही है।

इटली में क्रिकेट की जड़ें कब पड़ीं?

इटली में क्रिकेट कोई आज की बात नहीं है। इसकी नींव 1980 में रखी गई थी, जब इटालियन क्रिकेट फेडरेशन की स्थापना हुई। इसके बाद 1984 में ICC की सदस्यता मिली और उसी साल टीम ने अपने शुरुआती मैच लंदन में क्लब टीमों के खिलाफ खेले। इटली का पहला अंतरराष्ट्रीय मुकाबला 1989 में डेनमार्क के खिलाफ हुआ, जो ड्रॉ रहा था। 1995 में इटली को आईसीसी का एसोसिएट सदस्य का दर्जा मिला, जिसने इसे वैश्विक मंच पर खेलने की दिशा में मजबूती दी।

क्वालिफायर का सफर रहा शानदार

टी20 वर्ल्ड कप 2026 में जगह बनाने के लिए इटली को रीजनल क्वालिफायर की राह से गुजरना पड़ा। जहां पिछली बार की टॉप-8 टीमें और ICC रैंकिंग के आधार पर 4 टीमें सीधे क्वालीफाई कर गई थीं, वहीं बाकी 8 स्थानों के लिए अलग-अलग रीजनल टूर्नामेंट आयोजित किए गए। इटली ने यूरोप रीजन क्वालिफायर में दमदार प्रदर्शन किया। ग्रुप स्टेज में टॉप पर रहते हुए वह फाइनल स्टेज तक पहुंची। वहां इटली को नीदरलैंड से हार मिली, लेकिन बाकी मैचों में बेहतरीन खेल और अच्छी रनरेट के चलते वह अंक तालिका में जर्सी से ऊपर रही।

रनरेट बना इटली की उम्मीदों का सहारा

फाइनल क्वालिफायर राउंड में 5 टीमों में से सिर्फ दो को वर्ल्ड कप टिकट मिलना था। इटली और जर्सी दोनों के समान अंक थे, लेकिन इटली का नेट रनरेट ज्यादा था — इसी वजह से उसे वर्ल्ड कप का टिकट मिला। यह क्रिकेट के उस अनदेखे पहलू को दर्शाता है, जहां केवल जीत-हार नहीं बल्कि हर बॉल और हर रन का महत्व होता है। इटली ने रणनीति, संयम और बेहतर प्रदर्शन के जरिए इतिहास रच दिया।