ऋषभ पंत की कमाल की वापसी: चोट के बावजूद जड़ा अर्धशतक, SENA देशों में रचा इतिहास

Saurabh Sharma
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लॉर्ड्स टेस्ट में ऋषभ पंत ने एक बार फिर दिखा दिया कि क्यों उन्हें टीम इंडिया का सबसे जुझारू खिलाड़ी कहा जाता है। विकेटकीपिंग के दौरान चोटिल होने के बाद ऐसा लग रहा था कि शायद वह बैटिंग के लिए नहीं उतरेंगे, लेकिन उन्होंने मैदान पर वापसी की और शानदार अंदाज़ में खेल दिखाया। धीमी शुरुआत के बाद उन्होंने रफ्तार पकड़ी और 87 गेंदों में अर्धशतक पूरा किया। उनकी बल्लेबाज़ी में संयम और आक्रमण का बेहतरीन संतुलन देखने को मिला।

SENA देशों में रचा इतिहास, धोनी को छोड़ा पीछे

पंत की यह पारी सिर्फ रन ही नहीं लाई, बल्कि उन्होंने इतिहास में भी अपनी जगह बना ली। उन्होंने SENA देशों (साउथ अफ्रीका, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया) में टेस्ट क्रिकेट में 13वीं बार 50+ स्कोर किया है। इस आंकड़े के साथ ही उन्होंने महेंद्र सिंह धोनी की बराबरी कर ली, जिन्होंने इतने ही बार इन देशों में 50 या उससे ज्यादा रन बनाए थे। पंत अब इन देशों में सबसे ज्यादा बार फिफ्टी लगाने वाले विकेटकीपर बन गए हैं। चांदीमल, रिज़वान और फारुख इंजीनियर जैसे खिलाड़ी इस सूची में उनसे काफी पीछे हैं, जिनके नाम SENA में सिर्फ 7-7 फिफ्टी दर्ज हैं।

पंत-राहुल की शानदार साझेदारी

पंत और केएल राहुल के बीच हुई साझेदारी ने भारतीय पारी को मज़बूती दी। दोनों बल्लेबाज़ों ने मिलकर 100 से अधिक रनों की साझेदारी की, जो उस समय बेहद ज़रूरी थी क्योंकि टीम शुरुआती झटके झेल चुकी थी। पंत ने जहां आक्रामक अंदाज में इंग्लिश गेंदबाजों का सामना किया, वहीं राहुल ने समझदारी से पारी को संभाला। दोनों ने मिलकर भारत का स्कोर 200 के पार पहुंचाया। हालांकि, लंच से ठीक पहले पंत 74 रन बनाकर रन आउट हो गए, जिससे यह साझेदारी भी टूट गई। फिर भी उनका योगदान बेहद अहम रहा।

पहले टेस्ट से ही बरकरार है फॉर्म

ऋषभ पंत इस सीरीज में लगातार अच्छी फॉर्म में नजर आ रहे हैं। पहले टेस्ट मैच में उन्होंने दोनों पारियों में शतक लगाए थे और अब लॉर्ड्स में भी उन्होंने अपनी क्लास दिखाई। उनकी बैटिंग में आत्मविश्वास झलकता है और वह दबाव में भी शांत रहते हैं। इस तरह का फॉर्म देखकर यह कहा जा सकता है कि टीम इंडिया को मिडिल ऑर्डर में एक भरोसेमंद खिलाड़ी मिल गया है जो कभी भी मैच का रुख बदल सकता है।