मिर्जापुर 2 के वो 10 डायलॉग जिन्होंने आते ही मचाया आतंक

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मिर्ज़ापुर 2 का लोगो को लंबे वक्त से इंतजार था। और फिर आख़िरकार इसकी रिलीज डेट आ गयी 23 अक्टूबर लेकिन इस वेब सीरीज को समय और तारीख के पहले रिलीज कर ओटीटी प्लैटफॉर्म अमेजन प्राइम ने अपने दर्शको को खुश कर दिया। वैसे तो यह 23 अक्टूबर को आने वाली थी लेकिन यह शुक्रवार को शाम 8 बजे ही अमेज़न प्राइम पर आ गयी। इसके सभी 10 10 पार्ट ओटीटी प्‍लेटफॉर्म पर आ चुके हैं। इस के आने के बाद कुछ लोगो ने रात भर में ही बहुत एपिसोड देख डाले।

कालीन भैया, मुन्ना भैया और गुड्डू भैया ने इस सीजन भी अपनी पकड़ टाइट कर रखी है। अभी तक पिछले सीजन के डायलॉग्स लोगों को मुंह पर हैं। ऐसे में नए सीजन के कुछ डायलॉग्स, जिनको लोग काफी पसंद कर रहे हैं। ऐसा माना जा रहा है डायलॉग्स की वजह से इस बार भी ‘मिर्जापुर’ का भौकाल टाइट होने वाला है। सीजन 2 के कुछ डायलॉग्स हैं, जिनको लोग काफी पसंद कर रहे हैं.

1- बातें ज्यादा हुई नहीं, बस आहट लेकर आ गए.

2- शादीशुदा मर्द को अपनी स्त्री से भय न हो तो इसका मतलब है कि शादी में कुछ गड़बड़ है.

3- औरत चाहे चंबल की हो या पूर्वांचल की, जब गन उठाई है तो इसका मतलब है कि दिक्कत में है.

4- शर्मा से क्या शर्माना, दिस इज ए कॉमन डिजीज.

5- कुछ लोग बाहुबली पैदा होते हैं और कुछ को बनाना पड़ता है, इनको बाहुबली बनाएंगे.

6- दिखाते समय कॉन्फिडेंस हो तो पब्लिक पूछती नहीं कि फाइल में क्या है.

7- जब कुर्बानी देने का टाइम आए तो सिपाही की दी जाती है. राजा और राजकुमार जिंदा रहते हैं , गद्दी पर बैठने के लिए.

8- नेता जी बनना है तो गुंडे पालों, गुंडे मत बनो.

9- गद्दी पर चाहे हम बैठें या मुन्ना नियम सेम होगा.

10- हमारा उद्देश्य एक है… जान से मारेंगे…क्योंकि मारेंगे तभी जी पाएंगे.