आज इंदौर की ऐतिहासिक रेसीडेंसी कोठी में विभिन्न धर्मगुरुओं के साथ-साथ जनप्रतिनिधियों, गणमान्य नागरिकों और प्रशासन के आला अफ़सरों की बैठक कुछ मायनों में बेहद ख़ास रही। इस बैठक के दूरगामी परिणाम मिलेंगे। मंत्री तुलसीराम सिलावट आज सुबह साढ़े 10 बजे से ही रेसीडेंसी कोठी की सीढ़ियों में खड़े नज़र आए और यहाँ आने वाले प्रत्येक धर्मगुरु और गणमान्यों का ख़ुद आगवानी की। बैठक में शामिल होने के लिए शहर क़ाज़ी सहित अन्ना महाराज तथा महामंडलेश्वरगण भी पधारे। साथ में गायत्री परिवार, लायंस और रोटरी क्लब जैसे समाजसेवी संगठनों ने भी अपनी हाज़िरी दी।
बैठक में भूमिका रखते हुए मंत्री सिलावट ने कहा कि गत दिवस मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा इंदौर के लिए विशेष चिंता जतायी गई थी। इसी क्रम में आज सभी का सुझाव लेने और कोविड टीकाकरण अभियान को तेज करने के लिए यह बैठक रखी गई। बैठक में सांसद शंकर लालवानी, विधायक मालिनी गौड़, महेन्द्र हार्डिया सहित अन्य गणमान्यों ने भी अपने सुझाव रखे। धर्मगुरुओं ने प्रमुख रूप से कहा कि कोरोना के टीका के संदर्भ में हर तरह जानकारी आम जनता को मिलनी चाहिए। इस संबंध में अगर कोई भ्रांति पैदा करता है, तो उसका निराकरण भी हो। बैठक में इस बात पर भी प्रकाश डाला गया कि सोशल मीडिया में कोविड वैक्सीन के बारे में अनर्गल टिप्पणी करने वालों के ख़िलाफ़ विधिक कार्रवाई भी होनी चाहिए। सुझावों के आधार पर इंदौर में दो अप्रैल से तीन दिवस के लिए वैक्सीन महोत्सव मनाने का निर्णय भी लिया गया। सभी की सहमति थी कि कोरोना से बचाव के लिए तीन उपाय सुनिश्चित किया जाना ज़रूरी है और ये तीन उपाय वैक्सीनेशन, वैक्सीनेशन और वैक्सीनेशन है। मास्क् की अपरिहार्यता इस अभियान को सार्थक स्वरूप प्रदान करेगा। बैठक में यह भी तय हुआ कि सभी धर्मगुरु अपने अनुयाइयों को वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित करेंगे वे स्वयं भी वैक्सीन लगवाएंगे और इसे सोशल मीडिया के माध्यम से समाज के साथ साझा भी करेंगे।