इंदौर: मध्यप्रदेश शासन नगरीय प्रशासन विभाग ने नगर निगम इंदौर जनकार्य विभाग के लोकसूचना अधिकारी एवं जनकार्य विभाग के अपीलीय अधिकारी जो अपर आयुक्त भी है के विरूद्ध कार्य के प्रति गैर ज़िमेदार रहने के कारण आयुक्त निकुंज श्रीवास्तव ने जांच आदेशित करते हुवे करवाई करने और प्रतिवेदन 15 दिवस में आयुक्त प्रतिभा पाल से मांगा है.
विदित है कि विगत भाजपा परिषद के कार्यकाल में नगर निगम इंदौर के जनकार्य विभाग द्वारा करोड़ो रूपये की फाइलें कभी पैकेज के नाम पर तो कभी अतिरिक्त कार्य के नाम पर मंजूर हुई और बिना टेंडर के पूर्व नियुक्त ठेकेदारों को ही भुगतान कर दिया था.
कांग्रेस महासचिव दिलीप कौशल को सूचना के अधिकार में जानकारी नही दी गई प्रथम अपील भी उसी अपर आयुक्त ने निरस्त की जिसने बिना टेंडर के कामो की अनुमती दी थी राज्य सूचना आयोग ने कौशल के 13 तथा रवि गुरनानी के 3 कुल 16 प्रकरणों की सुनवाई में नगर निगम इंदौर के लोकसूचना अधिकारी तथा अपीलीय अधिकारी को लोकसेवक के दायित्वों के प्रति गैर जिम्मेदार तथा उनके द्वारा कारित गैर जिम्मेदाराना कार्य मानते हुवे सभी प्रकरणों में लोक प्राधिकारी आयुक्त नगरीय प्रशासन विभाग को ध्यान में लाते हुए कार्रवाई के आदेश दिये थे.
नगरीय प्रशासन विभाग के आयुक्त निकुंज श्रीवास्तव ने राज्य सूचना आयोग के आदेशों पर नगर निगम इंदौर जनकार्य विभाग के लोकसूचना अधिकारी एवं अपीलीय अधिकारी एवं अपर आयुक्त जनकार्य विभाग के विरुद्ध दायित्वों के प्रति गैर जिमेदारना कार्यो के लिए जांच आदेशित कर करवाई करने के बाद प्रतिवेदन आयुक्त नगर निगम प्रतिभा पाल से मांगा है ।
पूर्व में भी लालबहादुर वर्मा के प्रकरण में नगर निगम के एक इंजीनियर ने सोसाइट किया था और जांच करने पर फाइलें किसी ज्वेलर्स की दुकान से जप्त हुई थी जिसमे निगम द्वारा पुलिस रिपोर्ट दर्ज कराई थी आगे देखना होगा कि इस प्रकरण में निगम क्या करवाई कर रहा है
कौशल ने जानकारी देते हुवे बताया की भाजपा परिषद में हुवे करोड़ो रूपये के घोटाले के संबंध में दस्तावेज मांगे थे जो आज तक नही मिले है तथा नियम विरुद्ध कामो की अनुमति देने वाले अफसर आज भी महत्वपूर्ण एवं उसी पद पर बैठकर जांच प्रभावित कर रहे है और उक्त आर्थिक अपराध से जुड़े दस्तावेजों के हेर फेर होने की आकांक्षा है।