लोकसभा चुनाव से पहले पूर्व सीएम और सपा प्रमुख अखिलेश यादव की मुश्किलें बढ़ने वाली है। बता दें अवैध खनन मामले में सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टीगेशन (सीबीआई) ने गवाह के तौर पर तलब किया है। उन्हें कल (29 फरवरी) को दिल्ली में सीबीआई के सामने पेश होने के लिए बुलाया गया है। अखिलेश यादव को बतौर गवाह पेश होने के लिए कहा गया है।
इस बात का खुलासा स्वयं अखिलेश यादव ने राजधानी में एक न्यूज चौनल के कार्यक्रम में किया। अखिलेश यादव ने कहा कि पिछले चुनाव से पहले भी एक नोटिस आया था और इस चुनाव में भी एक नोटिस आया है। सीबीआई की इस नोटिस को लोकसभा चुनाव से भी जोड़कर देखा जा रहा है। अखिलेश यादव अक्सर कहते रहे हैं कि उन्हें कांग्रेस की सरकार ने पहले ही सीबीआई क्लब में डाल दिया है और अब भाजपा भी वही काम कर रही है।
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव के लिए यूपी में सपा-कांग्रेस के बीच समझौता हुआ है। दोनों दल प्रदेश में गठबंधन में लड़ रहे हैं। सपा ने कांग्रेस को गठबंधन के तहत 17 सीटें दी हैं।वहीं, भाजपा का दावा है कि लोकसभा चुनाव 2024 में पार्टी प्रदेश की सभी 80 सीटों पर जीत दर्ज करने में कामयाब रहेगी।