UP Election First Phase 2022: घनचक्कर बने प्रत्याशी.. उड़ गई नींद, छीन गया चैन

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लखनऊ। यूपी चुनाव के पहले चरण का मतदान(UP Election First Phase 2022) हो गया है और इस पहले चरण में जितने भी उम्मीदवारों ने अपना भाग्य आजमाया है अब उनकी न केवल रातों की नींद उड़ गई है बल्कि वे अपने समर्थकों से भी फीडबेक लेकर यह पूछ रहे है कि वे जीतेंगे या नहीं या फिर कहीं उन्हें हार का सामना तो नहीं करना पड़ेगा।

पहले चरण में हुए मतदान के बाद उम्मीदवारों का भाग्य ईवीएम में कैद हो गया है लेकिन इस चरण में चुनावी मैदान में उतरे राजनीतिक दलों के उम्मीदवारों का न केवल रातों की नींद गायब हो गई है वहीं मन में धुकधुकी भी लगी हुई है। अधिकांश उम्मीदवार अपने समर्थकों से फिलहाल फीडबेक लेने में जुटे हुए दिखाई दे रहे है और पूछ रहे है कि उनकी हार होगी या जीत, क्योंकि मतदाताओं के मन में क्या था, वे ही जानते है इसलिए प्रत्याशियों को यह समझ में नहीं आ रहा है कि जीत उनके पक्ष में जा रही है या फिर सामने वाले विरोधी के पक्ष में। कुल मिलाकर अभी सभी उम्मीवार जीत या हार के चक्कर में घनचक्कर बने हुए है। रातों की नींद उड़ी हुई है और दिन का भी चैन छीन गया है। प्रत्याशियों के समर्थकों की यदि माने तो भूख तक नहीं लग रही है।

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ज्योतिषियों के पास भी पहुंच रहे

वैसे कुछ ज्योतिषियों ने चुनाव को लेकर जीत हार की भविष्यवाणी पहले से ही कर दी थी बावजूद इसके जब तक चुनाव का परिणाम सामने नहीं आ जाता तब तक इन भविष्यवाणियों पर विश्वास नहीं किया जा सकता है। जानकारी मिली है कि बीजेपी, कांग्रेस सहित अन्य राजनीतिक दलों के उम्मीदवार ही नहीं बल्कि उनके समर्थक भी अब ज्योतिषियों के पास पहुंच रहे है और कुंडली दिखाकर यह पूछ रहे है कि उनकी जन्म कुंडली में राज योग है या नहीं।

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मन नहीं टटोला जा सकता कभी

चुनाव में भले ही उम्मीदवार कितना ही ऐड़ी चोंटी का जोर लगा ले, जनता से भी कितने ही वादें कर लें या फिर जनता अपने दरवाजे पर वोट मांगने वाले उम्मीदवारों को जीतने का आशीर्वाद भी दें दे लेकिन बावजूद इसके मतदाताओं के मन को कभी टटोला नहीं जा सकता है। जनता के मन में क्या है, किसे वोट देने या किसे सत्ता में बैठाने का मन बना रखा है, यह मन की बात होती है, लिहाजा यूपी में पहले चरण में हुए चुनाव के दौरान मैदान में उतरे उम्मीदवारों को बैचेनी पैदा कर रहा है।