मध्य प्रदेश से इस वक्त की सबसे बड़ी खबर सामने आई है। केंद्र की मोदी सरकार ने मंगलवार को नए संसद भवन में महिला आरक्षण बिल पेश किया। जिसे लेकर पूर्व सीएम भाजपा नेत्री उमा भारती ने विरोध किया है। उन्होंने इस बिल को बिना ओबीसी आरक्षण के अधूरा बताया हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस बात पर पत्र लिखा। पत्र में उन्होंने महिला आरक्षण बिल पर ओबीसी आरक्षण की मांग रखी।
उन्होंने पत्र में लिखा, कि महिला आरक्षण बिल में ओबीसी का 50% आरक्षण का प्रावधान जरूरी है। प्रतिशत के बिना ओबीसी महिलाएं पीछे छूट जाएंगी। पिछड़ों के हक की बात करना हमारा अधिकार है। बिल से पिछड़ों का भरोसा टूटेगा। दिल्ली में जो हुआ उसके लिए आज से अभियान चलेगा। एमपी में भी मैं शिवराज सरकार से मांग करूंगी।
यहां विधानसभा से भी महिलाओं को 50% आरक्षण देना चाहिए। बिल में ओबीसी को 50% आरक्षण देना चाहिए। राष्ट्रवादी लोग बीजेपी के विरोध में दूसरी जगह जा रहे हैं। यह बिल 1996 में देवेगौड़ा जी ने प्रस्तुत किया था। मैने तब भी 1996 में बिल का विरोध किया था।
मैंने कहा था जब तक एसीसी, एसटी और ओबीसी का स्पष्ट नहीं करते, तब बिल वापस ले लीजिए। इस विरोध के बाद मेरी पार्टी के लोग नाराज हो गए थे। लेकिन नीतीश कुमार और मुलायम यादव ने मेरा साथ दिया था।