आज पंचतत्व में विलीन होंगे शरद यादव, पैतृक गांव में होगा अंतिम संस्कार

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आंखमऊ। पूर्व केंद्रीय मंत्री और समाजवादी नेता शरद यादव का अंतिम संस्कार आज मध्यप्रदेश के नर्मदापुरम जिले में उनके पैतृक गांव में किया जाएगा। शरद यादव का गुरुवार को गुरुग्राम के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया था। पुश्तैनी मकान (Ancestral house) से कुछ ही दूरी पर परिवार के ही खलिहान में उनके अंतिम संस्कार की तैयारी की गई है। शरद यादव के बड़े भाई एसपीएस यादव ने बताया कि घर के पास ही अंतिम संस्कार किया जाएगा। पार्थिव देह (dead body) को सुबह 9 बजे विशेष विमान से भोपाल लाया जाएगा। जहां से फिर सड़क मार्ग से पैतृक गांव लाया जाएगा।

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जानकारी के मुताबिक, आंखमऊ गांव (Ankhmau Village) में दोपहर करीब 1 बजे अंतिम संस्कार होगा। शरद यादव के भतीजे शैलेश यादव ने बताया कि अंतिम संस्कार शरद यादव के पुत्र शांतनु करेंगे। शरद यादव के परिवार में उनकी पत्नी रेखा, बेटी सुभाषिनी और बेटा शांतनु हैं। 1 जुलाई 1947 को किसान परिवार में जन्मे शरद यादव भले ही अपने राज्य को छोड़कर उत्तर प्रदेश और बिहार की राजनीति में चले गए थे। लेकिन, उनका अपने पैतृत गांव से लगाव उतना ही था।

जानकारी के लिए आपको बता दे कि शरद यादव ने अपने पॉलिटिकल करियर की शुरुआत एक छात्र नेता के तौर पर की। उन्होंने 1974 में जबलपुर से लोकसभा उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार को हराकर जीत हासिल की थी। वह सात बार लोकसभा और तीन बार राज्यसभा सांसद रहे। दो बार केंद्रीय मंत्री रहे। पहले वीपी सिंह सरकार में मंत्री बने। बाद में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में उन्हें मंत्री बनाया गया। शरद यादव एकलौते ऐसे नेता थे, जिन्होंने तीन राज्यों में राजनीति की और चुनाव जीते।