यह व्हाट्सएप ज्ञान नहीं पुराणों व धर्म ग्रंथों में उल्लेखित जानकारी है

Share on:

आज गुरुवार, पौष कृष्ण एकादशी तिथि है।
आज विशाखा नक्षत्र, “आनन्द” नाम संवत् 2078 है
👆 ( उक्त जानकारी उज्जैन के पञ्चाङ्गों के अनुसार है)

👉 आज सफला एकादशी व्रत (तिल) है।
👉 मार्गशीर्ष – पौष माह में (पूरे 2 माह तक) पीपल वृक्ष की दातुन करना चाहिए।
👉 ब्रह्मा जी ने नारद को 100 करोड़ श्लोक में भगवान राम का चरित्र सुनाया था। नारद जी ने उसे लाकर महर्षि वाल्मीकि जी को प्रदान किया था।
👉 पाञ्चाल देश रुहेलखण्ड है, जो दिल्ली से पूर्व गङ्गा के उत्तर तथा दक्षिण में चम्बल नदी के तट तक फैला है।
👉 यह दक्षिण और उत्तर पाञ्चाल देश के नाम से प्रसिद्ध है।
👉 उत्तर पाञ्चाल देश की राजधानी अहिच्छत्र (रामनगर) थी।
👉 दक्षिण पाञ्चाल देश की राजधानी कम्पिल और माकन्द थी।
👉 गौतम बुद्ध के कालखण्ड में उत्तर पाञ्चाल की राजधानी कन्नौज भी रही।
👉 राजा बलि के पॉंच क्षेत्रज पुत्र हुए, जिनके नाम अङ्ग, वङ्ग, सुह्म, पुण्ड्र और कलिङ्ग थे।
👉 इन्हीं के नाम से क्षेत्रों ( जनपद) के नाम भी हुए।
👉 अङ्ग – भागलपुर, वङ्ग – पश्चिम बङ्गाल, सुह्म – आसाम, पुण्ड्र – वर्तमान बङ्गलादेश, तथा कलिङ्ग – उड़ीसा है।
👉 यमराज की पुत्री का नाम इलिना था।
👉 इलिना के पौत्र राजा दुष्यन्त थे, जिनके पुत्र भरत के नाम से इस देश का नाम भारत हुआ।