सुभाष मार्ग रहवासियों का सड़क चौड़ीकरण के विरोध में लिखा ये पत्र, आपको जरूर पढ़ना चाहियें

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नगर पालिका निगम ने इंदौर की प्रमुख सड़क सुभाष मार्ग चौड़ीकरण की योजना बनाई है। लेकिन अब इसे लेकर सुभाष मार्ग के समस्त रहवासी व व्यापारी विरोध के स्वर उठा रहें हैं और उन्होंने अब नगर पलिका निगम प्रशासन तथा प्रदेश की शिवराज सरकार को एक शिकायती पत्र भी लिखा हैं। आप भी पढ़े ये पत्र-

प्रतिभा पाल
नगर निगम कमिश्नर इंदौर
विषय:- सड़क चौड़ीकरण पर आपत्ति व इच्छामृत्यु अनुमति विषयक

आदरणीया,

नगर पालिका निगम ने इंदौर की प्रमुख सड़क सुभाष मार्ग चौड़ीकरण की योजना बनाई है । जिसके संबंध में हमारी आपत्ति है। आदरणीया धरातल पर तथ्यात्मक अध्ययन के बाद ही शायद तात्कालिक अफसरों व योजनाकारों ने सुभाष मार्ग मास्टर प्लान में 80 फिट चौडा किया जाना तय किया था। जिसे अब आपके द्वारा नकारा जा रहा है जो ज्यादती ओर अविवेक पूर्ण निर्णय है। इससे ढाई सौ (250) घरों में रहने वाले 1000 परिवारों के 5000 लोग बेघरबार और करीब इतने ही दुकानदार बेरोजगार हो जाएंगे। आदरणीया यह इंदौर शहर के मुल नागरिकों को मुश्किल में डालने की योजना है । आदरणीया सड़क चौड़ीकरण को लेकर यह भी समझने की जरूरत है कि भूमिधारी या मकान मालिक से उसके पास जितनी संपत्ति (जितने स्कवेयर फिट का मकान) है उसमें से एक सीमा 5% 10% या 15 % तक जगह लेना फिर ठीक है लेकिन 50 प्रतिशत या पूरा ही छीनना -तोड़ना और परिवार को बेघरबार बेरोजगार करना एक अन्यायपूर्ण व्यवस्था है। यदि बेहद आवश्यक है वह जगह लेना हो तो फिर केंद्र के भूमि अधिग्रहण कानून अनुसार उचित मुआवजा देकर बेहतर विस्थापन किया जाना चाहिए। आदरणीया हमारे मकान का बड़ा हिस्सा आप के द्वारा तय बेज़ा तोड़फोड़ की भेंट चढ़ जाएगा। यह ज्यादती व अन्याय सहना हमारे लिए मुश्किल होगा। आदरणीया हमने मकान जब निर्मित किए थे तब नगर निगम द्वारा सड़क चौड़ीकरण के लिए चाही गई जगह छोड़ी गई थी (दस्तावेज मौजूद हैं) । आदरणीया अधिकांश परिवार का भरण-पोषण मकान के बाहरी क्षेत्र में स्थित दुकानों के किराए भाड़े और यहां किए जा रहे रोजगार से होता है । आदरणीय हमारे मकान को बलात आपके द्वारा तोड़े जाने पर परिवार के सदस्यों के सामने जीवन मरण का सवाल खड़ा होगा । आदरणीया आपको यह भी विदित हो कि आपके इस अतिवादी और अन्यायपूर्ण कार्य की मंशा (मीडिया खबरों) जानकर हम व हमारे परिजन अवसाद ग्रस्त है । यदि कोई जनहानि होती है तो इसकी जिम्मेदारी किसकी होगी। कृपया कर इस बारे में संवेदनशीलता के साथ सूझबूझ से निर्णय लें । आदरणीया मास्टर प्लान 2021 मैं सुभाष मार्ग की यह सड़क 24 मीटर ही प्रस्तावित थी जिसे अब आपके द्वारा स्मार्ट सिटी व आईबीडी (इंदौर बेस्ट डेवलपमेंट) योजना में शामिल कर 30 मीटर बनाने की तैयारी की जा रही है।आदरणीय यह तथ्यात्मक रूप से भी ठीक नहीं है और न्यायोचित भी नहीं है। एक ओर तथ्य यह भी है कि इस सड़क के मध्य के हिस्से पुलिस लाइन हनुमान मंदिर से जिंसी चौराहे तक एक समांतर सड़क आलरेडी है और यही कारण है कि इसे मास्टर प्लान में 80 फीट रखा गया था। आदरणीया आखिर क्यों तमाम तथ्यों को नकार कर और संवेदना का त्याग कर अन्यायपूर्ण व्यवस्था अमल में लाई जा रही है।

विशेष:- आदरणीया यदि आप यथार्थ को धरातल पर समझें बगैर यदि मनमानी और ज्यादती पूर्ण निर्णय लेकर बगैर मुआवजा दिए तोड़फोड़ करना चाहती है तो फ़िर हमें परिवार सहित इच्छामृत्यु की अनुमति दे क्योंकि इतना बड़ा नुकसान सहना हमारे लिए बेहद दुष्कर होगा।

तबाह न करो सरकार..

न छीनो घर-द्वार।
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पुरुषार्थ से बनाया आशीयाना ना तोडों..

30 मीटर की जिद् छोड़ो।
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मामा से है यहीं दरकार..

कंस ना बनो है शिवराज
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नागरिकों का जीवन रहे बहाल..

ऐसा जतन करो नगर सरकार ।
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सुभाष मार्ग 80 फीट से अधिक चौड़ीकरण मंजूर नहीं
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आदरणीया————————————————
सादर प्रणाम
नगर निगम व प्रशासनिक अधिकारी यथार्थ को धरातल पर समझने और उसके अनुसार न्यायोचित निर्णय लेने के बजाय वास्तविकता को नजरअंदाज कर ज्यादती व मनमानी पूर्ण निर्णय लेकर सुभाष मार्ग के सैकड़ों परिवार के हजारों लोगों को मुश्किल में क्यों डालना चाहते हैं।

1,आदरणीय जरा सोचिए शहर का सबसे व्यस्ततम जवाहर मार्ग और एमजीरोड यदि 60 फीट है तो सुभाष मार्ग को 100 फीट बनाने की जिद क्यों?

2, मास्टर प्लान 2021 में यह सड़क 24 मीटर यानि 80 फीट ही दर्ज हैं। कर वसूली के लिए इसे अब स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट व अन्य योजना थोप कर 100 फीट बनाने की योजना है। यह षडयंत्र क्यों?

3, बड़ा गणपति से जिंसी डिपो गोल मंदिर तक जो सड़क बनाई गई है वह स्मार्ट सिटी योजना या मास्टर प्लान के नजरिए से नहीं बनाई गई अपितु पार्षद मनोज मिश्रा ने चंद्रशेखर व्यास पुल एयरपोर्ट रोड से जिंसी डीपो तक फंड स्वीकृत कर यह सड़क बनवाई है। आदरणीय इसी तरह अभिनंदन चौराहा जेलरोड से नगर निगम मुख्यालय तक की सडक भी डेढ़ दो दशक पूर्व अन्य योजना अंतर्गत बनाई गई है और 80 फीट ही है। इन दोनों ही मामले में अफसर गलत जानकारी देकर गुमराह और भ्रमित क्यों किया जा रहा है?

4, आदरणीय जिस तरह से संवेदना का त्याग कर मनमानी की जा रही यह व्यवस्था प्रजातंत्र के लिए ठीक नहीं।

5, कृपया जनभावना व संभावित नुकसान को देखते हुए जनहित में एक ईमानदार निर्णय करे ।
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आदरणीय पूर्व मेयर मालिनी गौड़ ने अपनी विधानसभा में खालसा और वैष्णव स्टेडियम की दुकानों को बचाया और रोड की चौड़ाई कम करवाई। इसी तरह पूर्व में विधायक अश्विन जोशी ने जवाहर मार्ग को 60 फीट करवाया। विधायक संजय शुक्ला ने एम जी रोड़ 60 फीट करवाया। बीआरटीएस के लिए समझौते किए गए। चंदननगर के लिए रिंग रोड का रुट बदला जा रहा। समझ नहीं आता अफसर क्यों सुभाष मार्ग को 30/मीटर 98 फीट करना चाहते हैं। और फिर आदरणीय फिलहाल
1, गंगवाल टू सरवटे और
2, एमजीरोड चौड़ीकरण कार्य चल रहा है ऐसे में शहर मध्य की ही एक और सड़क सुभाष मार्ग चौड़ीकरण की जल्दबाजी क्यों?

प्रेषित
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1, मनीष सिंह, कलेक्टर इंदौर
2, शिवराज सिंह चौहान, मुख्यमंत्री (एमपी)
3, शहरी विकास मंत्रालय ( एमपी)
4, शहरी विकास मंत्रालय (भारत सरकार)
5, प्रधानमंत्री कार्यालय (भारत सरकार)
6, चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया
7, माननीय रा्ट्रपति मोहदय

निवेदक व याचनाकर्ता
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सुभाष मार्ग के समस्त रहवासी व व्यापारी।

सुभाष मार्ग की पूरी कहानी

24 मीटर यानि 80 फीट में ही 200 मकान 10 से 15 फीट तक तोड़े जाएंगे और यदि 100 फीट चौड़ी सड़क बनाई गई तो 25 से 30 फीट यानी पूरे मकान टूट जाएंगे। अब तक शहर में कई इतना नुकसान नहीं हुआ। 50 मकान तो पूरी तरह गायब हो जाएंगे।