चैंपियंस ट्रॉफी 2025 शुरू होने में अब महज एक महीना रह गया है और भारतीय टीम के पास इंग्लैंड के खिलाफ 3 मैचों की वनडे सीरीज से पहले तैयारी का एक ही मौका है। इस सीरीज के दौरान टीम मैनेजमेंट कई खिलाड़ियों को मौका देगा, जिससे वे अपनी जगह पक्की कर सकें। हालांकि, कुछ प्रमुख खिलाड़ी ऐसे हैं, जिन्हें इस सीरीज में खेलते हुए नहीं देखा जाएगा, और उनकी चैंपियंस ट्रॉफी में जगह बनना भी मुश्किल लगता है। आइए जानते हैं कौन से खिलाड़ी हैं जो इस सीरीज का हिस्सा नहीं होंगे और क्यों।
जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज बाहर
इंग्लैंड के खिलाफ इस आगामी वनडे सीरीज में सबसे बड़े नामों में से एक, जसप्रीत बुमराह, का नाम शामिल नहीं होगा। बुमराह को हाल ही में ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान सिडनी में खेले गए टेस्ट मैच के दौरान चोट लगी थी। फिलहाल वह पूरी तरह से ठीक होने के लिए समय ले रहे हैं। उनका स्कैन किया जा चुका है, लेकिन चोट से संबंधित कोई ताजा अपडेट सामने नहीं आया है। इस वजह से बुमराह के चैंपियंस ट्रॉफी में खेलने पर भी संदेह है।
बुमराह के अलावा मोहम्मद सिराज को भी वनडे सीरीज से आराम दिया गया है। सिराज अभी हाल ही में लंबी टेस्ट सीरीज में खेलकर वापस लौटे हैं, और उन्हें अब अगले बड़े टूर्नामेंट्स के लिए पूरी तरह से तैयार होने के लिए आराम दिया जाएगा। वे सीधे चैंपियंस ट्रॉफी में खेलते हुए नजर आ सकते हैं।
सूर्यकुमार यादव, संजू सैमसन और ईशान किशन को नहीं मिलेगा मौका
अब बात करते हैं उन खिलाड़ियों की, जो फिट और फ्रेश हैं, लेकिन फिर भी इंग्लैंड के खिलाफ इस वनडे सीरीज का हिस्सा नहीं होंगे। इनमें से सूर्यकुमार यादव के लिए वनडे सीरीज में खेलने का कोई मौका नहीं है। पिछले कुछ महीनों में उनका वनडे फॉर्म खराब रहा है, और उन्हें 2023 के वनडे वर्ल्ड कप के बाद टीम से ड्रॉप कर दिया गया था। उनकी बल्लेबाजी की असफलता को देखते हुए, मैनेजमेंट ने उन्हें इस फॉर्मेट से बाहर रखा है। विजय हजारे ट्रॉफी में भी उनका प्रदर्शन उम्मीदों के मुताबिक नहीं रहा, और सिर्फ 38 रन ही बना पाए थे, जिसमें दो बार वे बिना कोई रन बनाए आउट हुए थे।
संजू सैमसन, जो इस समय टी20 में शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं, उन्हें भी इस वनडे सीरीज में मौका मिलने की कोई उम्मीद नहीं दिख रही है। सैमसन का पिछला वनडे मैच दिसंबर 2023 में खेला गया था, और उसके बाद से वह इस फॉर्मेट में नहीं खेले हैं। इसके अलावा, भारतीय टीम के विकेटकीपर-बल्लेबाज के तौर पर ऋषभ पंत और केएल राहुल को प्राथमिकता दी जा रही है, जिससे सैमसन की जगह इस सीरीज में बनती नहीं है।
ईशान किशन भी इस सीरीज में मौका पाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं, हालांकि उनका प्रदर्शन विजय हजारे ट्रॉफी में शानदार था, जिसमें उन्होंने 45 की औसत से 316 रन बनाए। फिर भी, ईशान को भी सैमसन की तरह विकेटकीपर-बल्लेबाज के तौर पर कोई जगह नहीं मिल रही है। इसके साथ ही, ईशान पिछले 1.5 साल से टीम इंडिया से बाहर चल रहे हैं, और इस वजह से उनका चयन भी मुश्किल लग रहा है।