प्रदेश में जहां एक तरफ मानसून विदाई ले चुका हैं। वहीं लोगों को अब भीषण गर्मी के तेज प्रकोप को झेलना पड़ रहा हैं। वहीं मानसून की रवानगी के बाद बड़े हुए टेंपरेचर के प्रभाव को कम होना हैं, लेकिन बाबजूद इसके यह और भी अधिक बढ़ रहा है। ज्यादातर शहरों का टेंपरेचर 35 डिग्री सेल्सियस के लगभग बना हुआ है। प्रदेश में एक बार फिर से भिन्न भिन्न जगहों पर एक्टिव दो वेदर सिस्टम के चलते ऐसा हो रहा है। जहां पर राज्य में हवाओं का क्रम बारंबार परिवर्तित हो रहा है। इस वजह से रात्रि के वक्त में उत्तरी हवा चलने से जहां कम से कम पारा स्थिर बना हुआ है। वहीं, सवेरे के समय में हवा मिजाज पश्चिमी और कभी कभार दक्षिणी हो जाता है। इस वजह से कुछ जगहों में आंशिक रूप से मेघों को भी देखा गया हैं। लेकिन सबसे ज्यादा पारे में कमी आ रही है।
यहां कल यानी शुक्रवार को दमोह में सबसे ज्यादा तापमान 37.8 डिग्री सेल्सियस टेंपरेचर दर्ज किया गया। गुना में 37.2, खजुराहो में 37, जबलपुर में 34.5, टीकमगढ़ में 35, सतना में 35.5, सागर में 35.9, भोपाल में 36.7, ग्वालियर में 36.6, इंदौर में 34.7, डिग्री सेल्सियस जहां टेंपरेचर काफी ज्यादा रजिस्टर्ड हुआ। प्रदेश में सबसे न्यून पारा पचमढ़ी में दर्ज किया गया। यहां कम से कम टेंपरेचर 15.6 डिग्री सेल्सियस, भोपाल में 19.4, ग्वालियर में 19.3, इंदौर में 19.6, जबलपुर में 22.2 डिग्री सेल्सियस कम से कम टेंपरेचर रिकॉर्ड हुआ।
राजधानी भोपाल में कल शुक्रवार सायंकाल को छिटपुट क्षेत्रों में भारी मात्रा में ठंडक का अनुभव किया गया। जहां पर कम से कम पारा कम ही दिखाई दिया। मौसम कार्यालय ने अंदेशा जताया है कि आज यानी शनिवार से प्रदेश के कुछ एक जिलों में मेघों के छाए रहने का अलर्ट जताया गया हैं। इस वजह से दिन के सर्वाधिक टेंपरेचर में कुछ अभाव देखने को मिल सकता है। लेकिन रात्रि का टेंपरेचर ऐसे ही स्थिर बना रहेगा। वहीं रविवार- सोमवार को ग्वालियर और चंबल संभाग के जिलों में छिटपुट स्थानों पर भी धुंआधार वर्षा हो सकती है।
मौसम विशेषज्ञों ने बताया कि मौजूदा समय में आपका एक वेस्टर्न डिस्टर्बेंस अफगानिस्तान के इर्द गिर्द द्रोणिका के तौर पर एक्टिव है, जबकि मध्य महाराष्ट्र के पास एक साइक्लोन चक्र निर्मित हो रहा है। इसी साइक्लोन के चलते तेज हवाओं का रुख पुनः परिवर्तित हो रहा है और अरब सागर से मध्य प्रदेश की ओर कम दवाब भी बन रहा हैं।
MP में आज कैसा रहेगा मौसम का मिजाज
मध्य प्रदेश के कई जिलों में आज यानी शनिवार को आकाश में घने बादलों का जमावड़ा देखने को मिलेगा। मौसम कार्यायल के अनुसार नए वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के चलते मध्य प्रदेश के वेदर में काफी बड़े बड़े परिवर्तन देखने को मिल रहे हैं। जहां उत्तर और मध्य हिस्सों में मामूली वर्षा और आंधी के साथ तूफान की भी आशंका जताई गई है। 15 अक्टूबर से 17 अक्टूबर तक ग्वालियर, चंबल, उज्जैन संभाग, सागर और रीवा संभाग के जिले में वर्षा होने के संकेत दिखाई दे रहे हैं।
MP में कब होगा शीत ऋतु का आगमन
प्रदेश में शीघ्र ही सर्दी का आगमन होने वाला हैं। मौसम कार्यालय के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने के कारण भीषण गर्मी झेलनी पड़ रही है। अभी वर्षा होने के बाद जल्द ही राज्य के समस्त जिलों में सर्दी का आगमन होगा।