विराट कोहली का टेस्ट क्रिकेट से संन्यास, उनके शानदार करियर के आंकड़े और रिकॉर्ड

कोहली ने 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया और 123 मैचों में 9,230 रन बनाए। उनका औसत 46.85 रहा, जिसमें 30 शतक और 31 अर्धशतक शामिल हैं। वे भारत के लिए टेस्ट में चौथे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं। कोहली ने सात डबल सेंचुरी बनाईं, जो भारत के लिए सबसे ज्यादा है।

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भारतीय क्रिकेट के सुपरस्टार विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर प्रशंसकों को चौंका दिया। 12 मई 2025 को कोहली ने सोशल मीडिया पर इस फैसले की पुष्टि की। 14 साल के शानदार टेस्ट करियर में उन्होंने कई रिकॉर्ड बनाए और भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया। उनके संन्यास ने इंग्लैंड दौरे से पहले क्रिकेट जगत में हलचल मचा दी है। आइए, कोहली के टेस्ट करियर के आंकड़ों और रिकॉर्ड्स पर एक नजर डालें।

टेस्ट करियर का शानदार लेखा-जोखा

कोहली ने 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया और 123 मैचों में 9,230 रन बनाए। उनका औसत 46.85 रहा, जिसमें 30 शतक और 31 अर्धशतक शामिल हैं। वे भारत के लिए टेस्ट में चौथे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं। कोहली ने सात डबल सेंचुरी बनाईं, जो भारत के लिए सबसे ज्यादा है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2014 में उनकी 692 रनों की सीरीज और 2019 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ 254* की पारी अविस्मरणीय है। सोशल मीडिया पर एक फैन ने लिखा, “कोहली का टेस्ट करियर एक प्रेरणा है!”

कप्तानी में बनाए ऐतिहासिक रिकॉर्ड

कोहली ने 68 टेस्ट मैचों में भारत की कप्तानी की और 40 जीत हासिल की, जो भारत के लिए सबसे ज्यादा है। कप्तान के तौर पर उन्होंने 5,864 रन बनाए, जिसमें 20 शतक शामिल हैं, जो एक भारतीय कप्तान के लिए रिकॉर्ड है। उनकी कप्तानी में भारत ने 2018-19 में ऑस्ट्रेलिया में पहली टेस्ट सीरीज जीती। कोहली ने भारत को टेस्ट रैंकिंग में नंबर-1 पर लंबे समय तक रखा। सोशल मीडिया पर प्रशंसक कह रहे हैं, “विराट की कप्तानी ने टेस्ट क्रिकेट को रोमांचक बनाया।”

चुनौतियां और आलोचनाएं

2020 के बाद कोहली की टेस्ट फॉर्म में गिरावट देखी गई। 33 टेस्ट में उन्होंने सिर्फ दो शतक बनाए और औसत 32 रहा। न्यूजीलैंड के खिलाफ 2024 में स्पिन के सामने उनकी कमजोरी चर्चा में रही। फिर भी, उनकी 2016-17 की फॉर्म, जब उन्होंने चार सीरीज में लगातार डबल सेंचुरी बनाई, आज भी बेमिसाल है। सोशल मीडिया पर एक यूजर ने लिखा, “कोहली का जुझारूपन हमेशा याद रहेगा।” उनकी तकनीक और जुनून ने उन्हें हर हाल में खास बनाया।

कोहली की विरासत और भविष्य

कोहली का टेस्ट संन्यास भारतीय क्रिकेट के लिए एक युग का अंत है। अब वे सिर्फ वनडे क्रिकेट खेलेंगे। उनके रिकॉर्ड, जैसे सबसे ज्यादा डबल सेंचुरी और कप्तानी में रन, लंबे समय तक कायम रहेंगे। इंग्लैंड सीरीज के लिए भारत को नया कप्तान चुनना होगा, जिसमें शुभमन गिल का नाम आगे है। क्या भारतीय टेस्ट टीम कोहली की कमी पूरी कर पाएगी? यह सवाल सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहा है। कोहली की विरासत युवा खिलाड़ियों को प्रेरित करती रहेगी।