इन राशियों के जीवन में मचेगी खूब हलचल, 10 नवंबर से केतु की चाल बढ़ाएगी टेंशन

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वैदिक ज्योतिष में केतु को पापी ग्रह और छाया ग्रह माना गया है। यह ग्रह कुंडली में अपनी स्थिति के आधार पर जीवन पर शुभ और अशुभ प्रभाव डालता है। 10 नवंबर को केतु उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र में प्रवेश करने जा रहा है। इस नक्षत्र के स्वामी सूर्य हैं, और दोनों ग्रह एक-दूसरे के शत्रु माने जाते हैं। केतु के इस गोचर का प्रभाव कई राशियों पर नकारात्मक पड़ सकता है, जिससे जीवन में कठिनाइयां आ सकती हैं।

सिंह राशि (Leo):

सिंह राशि के जातकों के लिए केतु का गोचर शुभ नहीं रहेगा। इसके कारण मानसिक तनाव में वृद्धि हो सकती है। करियर में उतार-चढ़ाव और कार्यस्थल पर सहकर्मियों और बॉस के साथ मतभेद बढ़ सकते हैं। आर्थिक नुकसान और कर्ज में वृद्धि की संभावना है। इस दौरान परिवार में लड़ाई-झगड़े हो सकते हैं और किसी को उधार देने या निवेश करने से बचना चाहिए।

मेष राशि (Aries):

मेष राशि के जातकों पर भी केतु का नक्षत्र गोचर बुरा असर डाल सकता है। इस समय धन से जुड़ी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। करियर में तनाव और कारोबार में नुकसान की संभावना है। आमदनी में गिरावट आ सकती है और छात्रों का मन पढ़ाई में नहीं लगेगा। लव लाइफ और वैवाहिक जीवन में भी उतार-चढ़ाव आ सकते हैं। सेहत पर भी असर पड़ सकता है, इसलिए इस समय स्वास्थ्य का खास ध्यान रखें।

मीन राशि (Pisces):

मीन राशि के जातकों के लिए भी केतु का नक्षत्र गोचर चुनौतियां लेकर आएगा। इस दौरान आय में कमी हो सकती है और करियर में मुश्किलें बढ़ सकती हैं। कारोबार में भी नुकसान होने की संभावना है। धन खर्च पर नियंत्रण रखना महत्वपूर्ण होगा, क्योंकि बिना सोचे-समझे खर्च से आर्थिक समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। छात्रों को इस दौरान अधिक मेहनत करनी पड़ सकती है। स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं, जिससे अस्पताल के चक्कर भी लग सकते हैं।

केतु का नक्षत्र गोचर विशेष रूप से सिंह, मेष और मीन राशियों के लिए चुनौतियां लेकर आ सकता है। इस समय मानसिक तनाव, आर्थिक समस्याएं और करियर में दिक्कतें आ सकती हैं। इन राशियों के जातकों को सतर्क रहने और अपने फैसले सोच-समझकर लेने की आवश्यकता है।