ताइवान से बीते बुधवार अमेरीका की प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी जा चुकी है। चीन एक्शन में आते ही ताइवान पर कई तरह के आर्थिक प्रतिबंध लगा दिए हैं। इसी बीच ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने गुरूवार को जानकारी दी है कि उनकी वेबसाइट कुछ देर के लिए हैक हो गयी थी। बताया जा रहा है कि चीन के हैकरों ने इस काम को अंजाम दिया हैं। लेकिन इस बात की कोई पुष्टि नहीं हो सकी।
कुछ देर तक साइट हैक होने के बाद ताइवान सरकार ने अधिकारियों के साथ मीटिंग बुलाई उसमें निर्णय लिया गया है कि साइबर सुरक्षा के क्षेत्र को पहले से और बेहतर बनाया जाएंगा। आपको बता दे, इसके पहले भी इस सप्ताह के शुरूआत में ताइवान के राष्ट्रपति कार्यालय सहीत कई सरकारी साइटें हैकरों की चपटे में आ गयी थी। कुछ अधिकारियों का मानना है कि, ये वेबसाट तीन रूसी हैकर के चपेट में आ गयी थी।
चीन के विदेश मंत्री ताइवान और अमेरिका पर जमकर गरजे
गौरतलब है कि, नैंसी पेलेसी के ताइवान दौरे के बाद से ही चीन की तिलमिलाहट इतनी बढ़ गई है कि ताइवान सीमा पर ड्रैगन के घातक हथियार गरजने लगे है। चीनी विदेश मंत्री ने ताइवान और अमेरिका को टारगेट करते हुए कहा कि बीजिंग को नाराज करने वालों की खैर नहीं है।
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चीन के सरकारी खबरों के अनुसार, विदेश मंत्री वांग यी ने चेतावनी दी है कि जो बीजिंग को नाराज करेगा, उसे सजा मिलेगी। नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा पर चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, ”यह एक पूरा तमाशा है। अमेरिका तथाकथित लोकतंत्र की आड़ में चीन की संप्रभुता का उल्लंघन कर रहा है। प्रवक्ता ने आगे कहा, ”नैंसी पेलोसी की यात्रा ताइवान में लोकतंत्र के बारे में नहीं है, यह चीन की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के बारे में एक मुद्दा है।”