Surya Grahan : इस साल का पहला सूर्य ग्रहण कल यानी 30 अप्रैल को लगने जा रहा है। ये ग्रहण 30 अप्रैल से 1 मई के बीच लगेगा। बताया जा रहा है कि ये मध्यरात्रि 12 बजकर 15 मिनट से शुरू होकर 1 मई की सुबह 4 बजकर 8 मिनिट तक रहेगा। इस ग्रहण के बाद दूसरा ग्रहण 25 अक्टूबर के दिन लगेगा। इस बार ये ग्रहण अमावस्या के दिन लगने जा रहा है और बड़ी बात ये है कि इस दिन शनिवार है। ऐसे में कहा जा रहा है कि यदि शनिवार के दिन ग्रहण पड़ता है तो ये शनिचरी अमावस्या होती है।
क्या भारत में दिखेगा ग्रहण ?
जी नहीं इस साल भारत में इस ग्रहण को नहीं देखा जाएगा। ना ही भारत में इसका सूतक काल माना जाएगा। कहा जाता है कि जहां ग्रहण दिखाई नहीं देता है वहां उसका असर भी दिखाई नहीं देता है। जानकारी मिली है कि ये ग्रहण भारत के किसी भी क्षेत्र में नहीं दिखाई देगा। इस वजह से इसकी धार्मिक मान्यता नहीं होगी।
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कब होता है सूर्य ग्रहण
सूर्य ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के बीच आ जाता है, पृथ्वी पर छाया डालता है, कुछ क्षेत्रों में सूर्य के प्रकाश को पूरी तरह या आंशिक रूप से अवरुद्ध करता है। नासा ने कहा, पूर्ण रूप से सूर्य ग्रहण होने के लिए, सूर्य, चंद्रमा और पृथ्वी को सीधी रेखा में होना चाहिए। जिसे सूर्यग्रहण कहा जाता है।
ग्रहण का समय –
ज्योतिषों के मुताबिक, इस साल का पहला सूर्य ग्रहण 30 अप्रैल 2022 को मध्यरात्रि 12 बजकर 15 मिनट से शुरू हो जाएगा जो अगले दिन अल सुबह 4 बजकर 7 मिनट तक रहेगा। ये ग्रहण दक्षिण अमेरिका का दक्षिण-पश्चिमी भाग, प्रशांत महासागर, अटलांटिक और दक्षिणी ध्रुव में दिखाई देगा।
सूतक काल –
ज्योतिष की माने तो सूतक काल तो सूर्य ग्रहण शुरू होने से 12 घंटे पहले से लग जाता है। जिसके चलते सभी शुभ कार्यों पर मनाही रहती है। ऐसे में ग्रहण के दौरान कई शुभ कार्य करने से बचना चाहिए।
न करें यह काम –
ग्रहण के दौरान नकारात्मक ऊर्जा बढ़ जाती है। ऐसे में इस समय कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए।
साथ ही सुई में धागा भी इस दिन नहीं डालने चाहिए।
वहीं इस दिन ना तो भोजन पकाएं, ना ही काटने-छीलने का काम करें।
गर्भवती महिलाएं चाकू-कैंची या किसी भी धारदार चीज का इस्तेमाल न करें।
यात्रा करने से बचना चाहिए।