श्रीकांत और लक्ष्य को विश्व बैडमिंटन में पदक मिलना पक्का: क्या पहली बार भारतीय पुरुष खिलाडी फाइनल खेलेगा?

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भारतीय पुरुष बैडमिंटन खिलाड़ी किदांबी श्रीकांत या लक्ष्य सेन ने विश्व बैडमिंटन स्पर्धा इतिहास में पहले खिलाड़ी होंगे जो भारत को रजत या स्वर्ण में से एक पदक दिलाएंगे ही, पहली बार पुरुष खिलाड़ी भारत को एक विश्व स्पर्धा में दो पदक दिलाएंगे, 17 को दिसम्बर 28 वर्षीय किदांबी श्रीकांत और 20 वर्षीय लक्ष्य सेन ने क्वार्टर फाइनल मैच जीतकर भारत के नाम 26वीं विश्व बैडमिंटन स्पर्धा में दो पदक पक्के कर लिए हैं, दोनों को 18दिसम्बर को सेमीफाइनल आपस में खेलना है,इस तरह दोनों में से एक फाइनल खेलने वाला भारत का पहला पुरुष खिलाड़ी बनेगा ही यह तय है, 19दिसम्बर को फाइनल में श्रीकांत या लक्ष्य और डेनमार्क के एंडर्स एंटोन्सेन या सिंगापुर के लोह कैन येव होगें,
इससे पहले भारत को प्रकाश पादुकोण (1983)और बी.साईंप्रणीत(2019)ही विश्व बैडमिंटन स्पर्धा में पदक दिलाने वाले पुरुष खिलाड़ी हैं, दोनों ने कांस्य पदक दिलाया हैं,
नीदरलैंड्स के मार्क कल्जोयुव को पिछले कांस्य पदक प्राप्त बी. साईंप्रणीत निपटा नहीं पा रहे हैं, इस साल टोक्यो ओलंपिक 2020और इस विश्व स्पर्धा के पहले दौर में भी साईंप्रणीत को पराजय का सामना करना पड़ा, लेकिन 12वें क्रम के किदांबी श्रीकांत ने विश्व नंबर 28 मार्क कल्जोयुव को क्वार्टर फाइनल में करारी शिकस्त दी, विश्व नंबर 14 श्रीकांत ने मार्क को 21-8,21-7 से मात्र 25 मिनट में हरा दिया और पहली बार सेमीफाइनल में दस्तक दी, विश्व नंबर 19 लक्ष्य सेन ने चीन के जाओ जुन पेंग को एक घंटे सात मिनट में 21-15,15-21,22-20 से हराया, लक्ष्य सेन का तो विश्व स्पर्धा में ही यह पहला पदार्पण है, वे विश्व बैडमिंटन स्पर्धा का सेमीफाइनल खेलने वाले भारत के सबसे युवा खिलाड़ी बन गए हैं,
मैने अपने लेखन में कल कहा था कि भारत के दो या तीन खिलाड़ी सेमीफाइनल खेल सकते हैं, जो संभावना सही निकली, लक्ष्य सेन के लिए सेमीफाइनल खेलने का सुनहरा मौका है, मेरा यह अनुमान भी सही निकला है,
विश्व बैडमिंटन स्पर्धा में पहली बार भारत के तीन पुरुष और कुल चार खिलाड़ी क्वार्टर फाइनल खेले हैं, स्पेन के हुएल्वा में श्रीकांत ने पहले गेम में मार्क कल्जोयुव से 4-1,6-2,11-6और 18-8की बढ़त ली, दूसरे गेम में भी 11-3और 17-7 की बढ़त मार्क को छकाते हुए बनाई, श्रीकांत ने कहा-“मैं बहुत खुश हूं कि विश्व स्पर्धा के सेमीफाइनल में हूं, मुझे इस सफलता का इंतजार था,जो बेहतर खेल दिखाया है”
मैच पाइंट बचा कर सेन ने पदक ‘लक्ष्य’ पाया
लक्ष्य सेन, विश्व नंबर 42 चीन के झाओ जुन पेंग से पहले गेम में 0-2और 3-6से पीछे हुए, 6-6 और 7-7 की बराबरी की, लक्ष्य ने जम्प स्मैश लगाकर पहली बार 8-7की बढ़त बनाई, 8और 9पर फिर बराबरी के बाद झाओ 11-9 और 13-10 से आगे हुए, प्लेसिंग से लक्ष्य ने 13-13की बराबरी की, 16-13और 17-14से आगे होकर पहला गेम 19मिनट में जीत लिया,
दूसरे गेम में लेफ्टी झाओ 11-10 के बाद 17-14से आगे हो गए और 20मिनट में गेम जीत गए,
तीसरे गेम में लक्ष्य ने पहला अंक बनाकर 3-1की बढ़त ली, 3-3 के बाद 18-18 तक संघर्ष चला, फिर 19और 20पर भी लक्ष्य ने बराबरी की, मैच प्वाइंट बचाकर अतिरिक्त अंकों में जीत दर्ज की, लक्ष्य ने जीत के बाद कहा -“मैं बहुत खुश हूं, यह दबाव वाला मैच था, आखिरी तीन अंकों पर मैंने पूरा जोर लगाया, स्मैश लगाकर और बैंक हैंड पर स्ट्रोक खेलकर जीत हासिल कर ली”
लक्ष्य के पिताजी प्रशिक्षक डी.के.सेन भी बहुत खुश हुए जो लक्ष्य के साथ ही है,
लोह के आगे प्रणोय पहली बार नहीं जीत सके
एक अन्य 20 वर्षीय सिंगापुर के लोह कैन येव ने क्वार्टर फाइनल में विश्व नंबर 32भारत के हसीना सुनील कुमार प्रणोय को 21-14,21-12 से 43मिनट मे हरा दिया, विश्व नंबर 22 लोह की प्रणोय पर पहली जीत हैं,
2019में दोनों के बीच हुए दोनों मैच प्रणोय ने जीते थे,लोह ने पहले दौर में विश्व नंबर एक डेनमार्क के विक्टर एक्सेलसेन को हराकर उलटफेर किया है
तीसरे क्रम के डेनमार्क के एंडर्स एंटोन्सेन ने आल इंग्लैंड विजेता छठवें क्रम के मलेशिया के ली जी जिआ से पहला गेम 12-21से हारने के बाद दूसरा गेम 21-8से जीता, तीसरे गेम में एंडर्स 11-1से आगे थे, तब ली ने पैर मुड़ जाने से मैच छोड़ दिया,
पिछली विजेता सिंधु सात साल बाद पदक रहित
लगातार छठवीं बार पदक जीतने के भारत की पी.वी.सिंधु के इरादों पर विश्व नंबर एक ताइपेई की ताई त्झी यिंग ने पानी फेर दिया, लगातार सातवीं बार क्वार्टर फाइनल खेल रही 26 वर्षीय सिंधु ने 2019बासेल(स्विट्जरलैंड)में यह खिताब जीता था, तब सिंधु ने ताई को क्वार्टर फाइनल में हराया था, उसके बाद से ही सिंधु ताई से नहीं जीत सकी है, टोक्यो ओलंपिक में भी ताई ने सिंधु को सेमीफाइनल में हराया, आज 21-17,21-13से 41मिनट में जीतकर ताई त्झी यिंग ने सिंधु पर लगातार पांचवीं बार जीत पाई, 20वें मुकाबले में सिंधु की ताई पर यह 15वीं हार है, सिंधु विश्व स्पर्धा में 2014से पदक जीत रही है और 2017से लगातार तीन बार फाइनल खेल चुकी हैं,
पहले गेम में ताई त्झी यिंग 7-3,11-6,14-8और 16-11से आगे हुई, दूसरे गेम में 7-7 की बराबरी के बाद ताई 11-7 से आगे हुई, सिंधु ने 11-10और 12-12 स्कोर किया, ताई त्झी यिंग विश्व स्पर्धा में पहली बार सेमीफाइनल में आई है,
विश्व नंबर 46चीन की झांग यि मान ने सातवें क्रम की थाईलैंड की रत्चनोक इन्तेनान को 13-21,21-13,21-15 से एक घंटे चार मिनट में हराकर उलटफेर किया, आठवें क्रम की चीन की ही बिंग्जिआओ ने हमवतन विश्व नंबर 30 हान युई को 21-16,21-18 से और दूसरे क्रम की जापान की अकाने यामागुची ने पांचवें क्रम की दक्षिण कोरिया की एन से युंग को 21-7,11-21,21-10 से 52मिनट में हराया, इस साल छठवें मुकाबले में एन पर चौथी जीत है, जापान के खिलाड़ी पुरुष एकल के अलावा चारों वर्गों के सेमीफाइनल में हैं, मिश्रित युगल में जापान की दो जोड़ी सेमीफाइनल में आपस में ही खेलेंगी