
आज के दौर में जहां एक अच्छी नौकरी मिलना युवाओं के लिए एक सपना बन चुका है, वहीं एक छात्र को अमेरिका की एक प्रतिष्ठित कंपनी से फुल स्टैक डेवलपर इंटर्नशिप का शानदार ऑफर मिला। इस ऑफर में ₹35,000-₹40,000 का स्टाइपेंड और भविष्य में ₹12 लाख रुपये सालाना सैलरी देने का वादा था। यह सुनकर छात्र काफी उत्साहित हुआ और उसने तुरंत हामी भर दी।
शर्त सुनकर छात्र सोच में पड़ गया

शुरुआत में सब कुछ अच्छा लग रहा था, लेकिन कंपनी की एक शर्त ने छात्र को हैरान कर दिया। कंपनी ने कहा कि उसे अमेरिकी टाइमज़ोन के अनुसार काम करना होगा, जो उसने मान लिया। लेकिन इसके बाद कंपनी ने कहा कि उसे पूरे वर्किंग आवर्स मीटिंग में रहना होगा और कैमरा ऑन रखना होगा। इस शर्त को सुनकर छात्र परेशान हो गया। उसने निवेदन किया कि ऐसा संभव नहीं है, लेकिन कंपनी ने कोई रियायत नहीं दी।
अब पछता रहा है छात्र
काफी विचार करने के बाद छात्र ने ऑफर ठुकरा दिया। हालांकि, बाद में जब उसने अपने दोस्तों और सीनियर्स से बात की, तो अधिकतर ने कहा कि उसे यह ऑफर स्वीकार कर लेना चाहिए था, क्योंकि वह एक टियर-3 कॉलेज से है और ऐसे मौके बार-बार नहीं मिलते। अब छात्र सोच में है और पछता रहा है कि कहीं उसने कोई बड़ी गलती तो नहीं कर दी।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ पोस्ट
इस पूरी कहानी को छात्र ने Reddit पर शेयर किया और लोगों से राय मांगी। एक यूजर ने लिखा, “मानसिक शांति सबसे ज़रूरी है, कोई कैसे 8 घंटे कैमरा ऑन रखकर मीटिंग में बैठ सकता है?” वहीं दूसरे यूजर ने कहा, “ऐसा मौका बार-बार नहीं मिलता, उसे समझौता कर लेना चाहिए था।” एक और ने लिखा, “भाई, आपको ये काम कर लेना चाहिए था।” इस तरह इस स्टोरी ने सोशल मीडिया पर एक नई बहस को जन्म दे दिया – सालरी ज़्यादा ज़रूरी है या मानसिक शांति?