रिद्धिमान साहा ने KKR का कोच बनने से क्यों किया इनकार? वजह जानकर चौंक जाएंगे

Srashti Bisen
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भारतीय क्रिकेट के दिग्गज विकेटकीपर रिद्धिमान साहा कल से ईडन गार्डन्स में अपने करियर का आखिरी घरेलू मैच खेलने जा रहे हैं। उनका मुकाबला पंजाब से होगा। साहा, जिन्होंने 40 से अधिक टेस्ट मैच खेले और कई अविश्वसनीय कैच पकड़े हैं, भारत के सर्वकालिक सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपरों में गिने जाते हैं। आईपीएल और घरेलू क्रिकेट में भी उनके प्रदर्शन ने सभी का ध्यान खींचा।

त्रिपुरा से लौटकर बंगाल के लिए खेलना बना यादगार सफर

साहा एक समय बंगाल छोड़कर त्रिपुरा चले गए थे, लेकिन अपने करियर के आखिरी दौर में वे बंगाल की टीम के लिए खेलने लौटे। अब इस मुकाबले के साथ वे अपने घरेलू करियर को सम्मानजनक विदाई देना चाहते हैं।

कोचिंग ऑफर ठुकराने का कारण

स्पोर्ट्सस्टार को दिए इंटरव्यू में साहा ने कोचिंग को लेकर अपना दृष्टिकोण स्पष्ट किया। उन्होंने कहा, “मैं फिलहाल कोचिंग के लिए मानसिक रूप से तैयार नहीं हूं। केकेआर का सहायक कोच बनने का प्रस्ताव था, लेकिन मैंने इसे ठुकरा दिया। मुझे अभी खुद को इस भूमिका के लिए तैयार करने में समय लगेगा।”

साहा ने बताया कि वे न सिर्फ कोचिंग बल्कि कमेंटेटर या क्रिकेट एक्सपर्ट के तौर पर भी काम करने के लिए तैयार नहीं हैं। उनका एकमात्र फोकस फिलहाल बंगाल की टीम को सम्मानजनक स्थान दिलाना है।

रणजी में जीत के लिए तैयार

रणजी ट्रॉफी के नॉकआउट में बंगाल की संभावनाएं कम हैं, लेकिन साहा ने अपने इरादे स्पष्ट कर दिए हैं। उन्होंने कहा, “जब भी मैं मैदान पर उतरता हूं, मेरा लक्ष्य जीतना होता है। इस मैच में भी यह मानसिकता नहीं बदलेगी। भले ही नॉकआउट में पहुंचने की संभावना कम है, लेकिन मैं मैदान पर सम्मान के साथ प्रदर्शन करना चाहता हूं।”

क्या कोचिंग बनेगी भविष्य का रास्ता?

साहा का कहना है कि जब वे पूरी तरह मानसिक रूप से तैयार होंगे तभी कोचिंग की दुनिया में कदम रखेंगे। उनका ईडन गार्डन्स में आखिरी मुकाबला फैंस के लिए एक यादगार लम्हा होगा। अब देखना यह है कि वे पंजाब के खिलाफ इस आखिरी मैच में बंगाल को कितनी शानदार जीत दिला पाते हैं।