ऑस्ट्रेलिया दौरे पर निराशाजनक प्रदर्शन के बाद टीम इंडिया के कई स्टार खिलाड़ियों को बीसीसीआई ने रणजी ट्रॉफी खेलने का निर्देश दिया है, और अब ये दिग्गज खिलाड़ी घरेलू क्रिकेट में अपना जलवा दिखाने के लिए तैयार हैं। भारतीय क्रिकेट के सुपरस्टार विराट कोहली, जो 2012 में आखिरी बार रणजी ट्रॉफी खेल चुके थे, अब दिल्ली के लिए इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में वापसी करने जा रहे हैं।
विराट की 13 साल बाद रणजी में वापसी
विराट कोहली का रणजी ट्रॉफी में यह पहला मैच 2012 के बाद होगा, जब उन्होंने उत्तर प्रदेश के खिलाफ गाजियाबाद में खेला था। उस समय विराट क्रिकेट की दुनिया के उभरते सितारे थे, लेकिन अब वे भारत के सबसे बड़े दिग्गजों में शुमार हो चुके हैं। विराट के नाम पर अब 80 इंटरनेशनल शतक हैं, और उनके रणजी ट्रॉफी में लौटने से युवा खिलाड़ियों को बड़ी प्रेरणा मिलेगी।
दिल्ली टीम में विराट का स्वागत
दिल्ली को 30 जनवरी से अरुण जेटली स्टेडियम में रेलवे के खिलाफ अपना आखिरी ग्रुप मैच खेलना है, और विराट कोहली को 28 जनवरी से दिल्ली रणजी टीम के साथ अभ्यास करने की उम्मीद है। उन्हें आधिकारिक तौर पर 27 जनवरी को दिल्ली टीम में चुना गया, जिसका नेतृत्व आयुष बडोनी करेंगे। डीडीसीए (दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ) इस अहम मैच के लिए सभी व्यवस्थाओं को अंतिम रूप दे रहा है।
रणजी ट्रॉफी में युवाओं के लिए है एक सुनहरा अवसर
दिल्ली के सचिव अशोक शर्मा ने कहा, “विराट के साथ ड्रेसिंग रूम शेयर करना हमारे जूनियर खिलाड़ियों के लिए शानदार अनुभव होगा। ये युवा खिलाड़ी विराट से बहुत कुछ सीख सकते हैं, खासकर नवदीप सैनी के अलावा किसी ने भी रणजी ट्रॉफी में विराट के साथ नहीं खेला है।” विराट के मैदान पर लौटने से दिल्ली के युवा खिलाड़ियों को अनुभव का खजाना मिलेगा।
दिल्ली की रणजी टीम
दिल्ली की रणजी टीम में कप्तान आयुष बडोनी, विराट कोहली, प्रणव राजवंशी (विकेटकीपर), सनत सांगवान, अर्पित राणा, मयंक गुसाई, शिवम शर्मा, सुमित माथुर, वंश बेदी (विकेटकीपर), मनी ग्रेवाल, हर्ष त्यागी, सिद्धांत शर्मा, नवदीप सैनी, यश ढुल, गगन वत्स, जोंटी सिद्धू, हिम्मत सिंह, वैभव कांडपाल, राहुल गहलोत और जितेश सिंह जैसे खिलाड़ी शामिल हैं।