चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का समापन हो चुका है और भारतीय टीम की शानदार जीत के बाद खिलाड़ी अब स्वदेश लौट आए हैं। अब सभी की नजरें 22 मार्च से शुरू होने वाली IPL 2025 पर टिकी हैं। चैंपियंस ट्रॉफी में भले ही भारतीय टीम ने एकजुट होकर खिताब जीता हो, लेकिन अब ये खिलाड़ी अपनी-अपनी आईपीएल फ्रेंचाइजी के लिए खेलते हुए नजर आएंगे।
आईपीएल 2025 में पिछले सीजन की तुलना में कई बदलाव देखने को मिलेंगे। कुछ टीमों ने नए कप्तान नियुक्त किए हैं, लेकिन दिल्ली कैपिटल्स ने अब तक अपने नए कप्तान का ऐलान नहीं किया है।

अक्षर पटेल और KL राहुल है दावेदार
दिल्ली कैपिटल्स के लिए कप्तानी के मुख्य दावेदार भारतीय टीम के दो महत्वपूर्ण खिलाड़ी हैं – ऑलराउंडर अक्षर पटेल और विकेटकीपर बल्लेबाज केएल राहुल। पिछले सीजन तक, केएल राहुल लखनऊ सुपरजायंट्स के कप्तान थे, लेकिन इस बार वह दिल्ली कैपिटल्स के लिए खेलेंगे। अक्षर पटेल भी दिल्ली के साथ लंबे समय से जुड़े हुए हैं और उनकी कप्तानी में टीम की सफलता की उम्मीदें बढ़ी हैं। आईपीएल 2025 की शुरुआत में अब ज्यादा दिन नहीं बचे हैं, इसलिए यह संभावना जताई जा रही है कि जल्द ही दिल्ली कैपिटल्स नए कप्तान की घोषणा कर सकती है।
क्या राहुल नहीं आएंगे नजर?
दिल्ली कैपिटल्स अपनी तैयारी के लिए विशाखापत्तनम जाने से पहले दिल्ली में एक छोटा ट्रेनिंग कैंप आयोजित करेगी। इस अभ्यास शिविर में अक्षर पटेल, केएल राहुल, कुलदीप यादव, दक्षिण अफ्रीका के ट्रिस्टन स्टब्स, ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी जेक फ्रेजर मैकगर्क और मिचेल स्टार्क सहित अन्य खिलाड़ी 17 और 18 मार्च को विशाखापत्तनम में जुटेंगे। हालांकि, केएल राहुल को लेकर यह भी खबर है कि वह कुछ मैचों में हिस्सा नहीं ले सकते, क्योंकि उनकी पत्नी अथिया शेट्टी गर्भवती हैं और उनके पहले बच्चे के जन्म की तारीख के आसपास राहुल का उपस्थित होना मुश्किल हो सकता है।
अक्षर पटेल है पहली चॉइस
अक्षर पटेल, जो दिल्ली कैपिटल्स के साथ अपने सातवें सीजन में हैं, कप्तानी के मामले में केएल राहुल से एक कदम आगे नजर आते हैं। अक्षर ने 150 आईपीएल मैचों में 131 की स्ट्राइक रेट से 1653 रन बनाए हैं और 123 विकेट भी लिए हैं। इसके अलावा, उनकी किफायती गेंदबाजी भी टीम के लिए एक मजबूत स्तंभ रही है। दूसरी ओर, केएल राहुल ने आईपीएल में पंजाब किंग्स और लखनऊ सुपरजायंट्स का नेतृत्व किया है। उनके कार्यकाल के दौरान, लखनऊ दो बार प्लेऑफ तक पहुंची, लेकिन राहुल के अधिकतर समय चोटों से जूझते रहने के कारण टीम को पूरी ताकत से नहीं खेला जा सका।