ऑस्ट्रेलिया में खराब फॉर्म के बाद BCCI ने बदले नियम, अब खिलाड़ियों को नहीं मिलेगी ये खास सुविधा

srashti
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India vs England 1st T20 : भारत और इंग्लैंड के बीच 5 मैचों की T20 सीरीज का पहला मुकाबला 22 जनवरी को कोलकाता के प्रतिष्ठित ईडन गार्डन्स स्टेडियम में खेला जाएगा। दोनों टीमों के खिलाड़ी अब कोलकाता पहुंच चुके हैं, और भारतीय टीम ने रविवार को अपनी ट्रेनिंग सत्र की शुरुआत भी की। हालांकि, इस दौरान एक खास बात देखने को मिली, जो क्रिकेट जगत में चर्चा का विषय बन गई है – बीसीसीआई द्वारा तय किए गए नए दिशा-निर्देशों के अनुसार भारतीय टीम को कोई विशेष सुविधा नहीं दी गई है।

ऑस्ट्रेलिया में खराब फॉर्म के बाद BCCI ने बदले नियम

बीसीसीआई के दस सूत्रीय नीति दस्तावेज के तहत अब भारतीय टीम के खिलाड़ी केवल एक ही बस में यात्रा करेंगे। इससे पहले, कुछ खिलाड़ी अलग-अलग वाहनों में स्टेडियम या होटल पहुंचते थे, लेकिन अब उन्हें एक साथ यात्रा करने का निर्देश दिया गया है। यह नया कदम आगामी भारत-इंग्लैंड मैचों की मेज़बानी करने वाले राज्य संघों को भेजे गए निर्देशों का हिस्सा है।

बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन का बयान

बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन (सीएबी) के अध्यक्ष स्नेहाशीष गांगुली ने रविवार को इस नीति की पुष्टि करते हुए बताया कि उनके संघ ने बीसीसीआई के दिशा-निर्देशों के अनुरूप भारतीय टीम के लिए विशेष परिवहन व्यवस्था नहीं की है। गांगुली ने पीटीआई से बात करते हुए कहा, “हमने बीसीसीआई के 10-सूत्रीय दिशा-निर्देशों का पालन किया है और भारतीय टीम के लिए केवल एक टीम बस की व्यवस्था की है। इस बार क्रिकेटरों के लिए निजी वाहन की कोई सुविधा नहीं होगी।”

खराब प्रदर्शन के बाद लिया गया निर्णय

टीम इंडिया के हालिया टेस्ट क्रिकेट प्रदर्शन को लेकर बीसीसीआई ने एक समीक्षा बैठक की थी, जिसमें कोच गौतम गंभीर, कप्तान रोहित शर्मा, चयनकर्ता अध्यक्ष अजीत अगरकर और बीसीसीआई सचिव देवजीत सैकिया मौजूद थे। इस बैठक के बाद यह निर्णय लिया गया कि टीम के सभी खिलाड़ी अब एक साथ यात्रा करेंगे। बीसीसीआई का यह कदम खिलाड़ियों के बीच एकता और टीम भावना को बढ़ावा देने के उद्देश्य से लिया गया है।

BCCI के नीति दस्तावेज के अनुसार, अब कोई भी खिलाड़ी अगर टीम से अलग यात्रा करना चाहता है तो उसे मुख्य कोच या चयनकर्ता से पहले मंजूरी लेनी होगी। इसके अलावा, सभी खिलाड़ियों को ट्रेनिंग सत्र या मैच के बाद पूरी टीम के साथ रहना होगा, यानी मैदान छोड़ने से पहले उन्हें पूरा सत्र या मैच खत्म होने का इंतजार करना होगा।