दक्षिया एशिया का सबसे बड़ा तथा देश का पहला कचरे से बायो सीएनजी गैस प्लांट बन रहा इंदौर में

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आयुक्त प्रतिभा पाल ने बताया कि इंदौर नगर निगम एवं आयएल एंड एफएस द्वारा इंदौर में 500 टीपीडी म्यूसिपल सॉलिड वेस्ट प्रसंस्करण संयंत्र(500 TPD Municipal Solid Waste Processing Plant) लगभग 150 करोड की लागत से विकसित किया जा है, जो कि दक्षिया एश्यिा का सबसे बडा तथा देश का पहला कचरे से बायो सीएनजी गैस प्लांट(waste to bio CNG gas plant) इंदौर के टेचिंग ग्राउण्ड में निर्माणधीन है, आज उक्त बायो सीएनजी गैस प्लांट का नगरीय प्रशासन आयुक्त श्री निकुंज श्रीवास्तव व आयुक्त सुश्री प्रतिभा पाल द्वारा निरीक्षण किया गया। प्रमुख सचिव द्वारा परियोजना के संबंध में संबंधितो से विस्तृत जानकारी ली गई तथा प्लांट का डेमो का भी अवलोकन एवं निर्माणाधीन प्लांट का निरीक्षण भी किया गया तथा निगम द्वारा किये जा रहे कार्यो की प्रशंसा जाहिर की गई। यह प्लांट ऑटोमेटिक सिस्टम से कार्य करेगा। निरीक्षण के दौरान अपर आयुक्त श्री संदीप सोनी, अभय राजनगांवकर, अधीक्षण यंत्री श्री अनुप गोयल, टेचिंग ग्राउण्ड प्रभारी गंगराडे व अन्य उपस्थित थे।

आयुक्त प्रतिभा पाल ने बताया कि बायोगेस प्लांट निर्माणकर्ता कंपनी द्वारा नगर निगम इंदौर को प्रतिवर्ष 2.50 करोड रूपये दिया जावेगा तथा यह संयंत्र लगभग 18000 किलो ग्राम प्रतिदिन बायो सीएनजी गैस का उत्पादन करेगा, जिसमें से 9000 किलोग्राम निगम को बाजार दर से 5 रूपये कम की दर से निगम को उपलब्ध कराएगे, जिसका उपयोग सिटी बसो में किया जावेगा। इसके साथ ही बायो गैस प्लांट से 100 टन अच्छी गुणवत्ता वाली सिटी कम्पोस्ट का प्रतिदिन उत्पादन भी करेगा, जो क्षेत्रीय किसानो को विक्रय किया जावेगा, सिटी कम्पोस्ट का उपयोग किसानो के खेतो की उर्वरक क्षमता में वृद्धि होगी।

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waste to bio CNG gas plant

पलसीकर कालोनी स्थित रैन बसेरा व अंत्योदय रसोई योजना का अवलोकन

आयुक्त सुश्री प्रतिभा पाल ने बताया कि नगरीय प्रशासन आयुक्त श्री निकुंज श्रीवास्तव द्वारा पलसीकर कालोनी स्थित रैन बसेरा/आश्रय स्थल तथा पंडित दीनदयाल अंत्योदय रसोई का भी अवलोकन किया गया। इस अवसर पर आयुक्त सुश्री प्रतिभा पाल, अपर आयुक्त श्री अभय राजनगांव, उपायुक्त श्री चन्द्रशेखर निगम, सीएमसी श्रीमती दीप्ति व अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

नगरीय प्रशासन आयुक्त श्री श्रीवास्तव द्वारा पलसीकर कालोनी स्थित रैन बसेरा/आश्रय स्थल तथा पंडित दीनदयाल अंत्योदय रसोई योजना का निरीक्षण किया गया। आश्रय स्थल के निरीक्षण के दौरान आयुक्त श्री श्रीवास्तव द्वारा आश्रय स्थल पर आने वाले हितग्राही के रजिस्टर एवं पुरूष/महिला हॉल का निरीक्षण भी किया गया। निरीक्षण के दौरान नगरीय प्रशासन आयुक्त पंडित दीनदयाल अंत्योदय रसोई योजना में भोजन करने वाले हितग्राहियो से चर्चा करते हुए, पुछा कि रसोई योजना में खाना कैसा बनता है और यह भोजन बाजार में किस दर से प्राप्त हो सकता है। आप सभी को भोजन भरपेट मिलता है, भोजन मांगने पर भोजन दिया जाता है कि नही। इस पर हितग्राहियो ने कहा कि यहां पर भोजन अच्छा मिलता है और भरपेट मिलता है, हम जितना चाहते है उतना प्राप्त होता है और यदि यही भोजन हम बाजार में खाते है तो कम से कम 50 रूपये खर्च होते है। जबकि यही भोजन अंत्योदय रसोई योजना में मात्र 10 रूपये में प्राप्त होता है। इस पर आयुक्त श्री श्रीवास्तव द्वारा अंत्योदय रसोई योजना के संचालक को निर्देश दिये गये कि भोजन करने वाले हितग्राहियो का रजिस्टर में नाम के साथ ही मोबाईल नंबर भी लिखा करे।

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नगरीय प्रशासन आयुक्त श्री श्रीवास्तव द्वारा आयुक्त सुश्री पाल से शहर में चलने वाले पंडित दीनदयाल अंत्योदय रसोई योजना एवं आश्रय स्थल के संबध में जानकारी चाही जाने पर आयुक्त सुश्री पाल ने बताया कि शहर में 5 स्थानो पर रसोई योजना तथा 10 स्थानो पर रैन बसेरा/आश्रय स्थल का संचालन एनजीओ के माध्यम से किया जा रहा है।