जून माह में शेयर मार्केट में इनवेस्ट करने वालो को भारी नुकसान देखने को मिला। बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स (Sensex) लगातार एक महीने में आई गिरावट से इन्वेस्टर्स के 14 लाख करोड़ रुपये का नुक़सान उठाना पड़ा| लेकिन जुलाई में इन्वेस्टर्स को कुछ राहत मिल सकती है| अगर बीते सालो पर गौर करे तो जुलाई में सेंसेक्स सॉलिड रिटर्न (Return) दे सकता है। कॉरपोरेट डेटाबेस AceEquity द्वारा कंपाइल्ड किए गए आंकड़ों के मुताबिक पिछले 15 साल में सेंसेक्स में कम से कम छह बार जुलाई में पांच फीसदी से अधिक रिटर्न दिया है। इस दौरान इंडेक्स ने नौ बार एक फीसदी से अधिक रिटर्न दिया है जबकि 11 बार पॉजिटिव रिटर्न दिया है। पिछले 15 साल में कभी भी जुलाई में सेंसेक्स में पांच फीसदी से अधिक गिरावट नहीं आई है। जुलाई 2019 में सेंसेक्स में सबसे ज्यादा 4.86 फीसदी की गिरावट आई थी। इस दौरान सेंसेक्स में जुलाई 2009 में सबसे ज्यादा 8.12 फीसदी की तेजी भी आई थी।
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अप्रैल से जून तक के नतीजे
जुलाई में कंपनियां अपने जून तक के तिमाही नतीजे घोषित करना शुरू करेंगी। इसमें महंगाई का भी असर दिख सकता है। साथ ही जुलाई में अमेरिका के फेड रिजर्व (Federal Reserve) का पॉलिसी रिव्यू होना है। इस बार अमेरिकी केंद्रीय बैंक सुस्त होती इकॉनमी के बजाय महंगाई रोकने पर फोकस कर सकता है। यानी नीतिगत दरों में एक बार फिर बढ़ोतरी हो सकती है। साथ ही घरेलू स्तर पर निवेशकों की नजर मॉनसून की प्रगति पर भी रहेगी। पिछले साल जुलाई में सेंसेक्स में 0.20 फीसदी की तेजी आई थी। जुलाई 2020 में यह 7.71 फीसदी और जुलाई 2018 में 6.16 फीसदी उछला था।