हिंदू धर्म में नवरात्रि का पर्व अत्यंत श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस पावन अवसर पर भक्त मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की विधिपूर्वक पूजा करते हैं। नवरात्रि की शुरुआत महालया से होती है, जो अमावस्या के दिन पड़ती है। इसे पितृपक्ष का अंतिम दिन भी माना जाता है। इस दिन गंगा या अन्य पवित्र नदियों के तट पर जाकर लोग तर्पण करते हैं और अपने पितरों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हैं।
भारतीय परंपरा के अनुसार महालया, देवी दुर्गा के महिषासुर मर्दन के रूप में स्मरण का दिन है। खासकर बंगाल में इसका विशेष महत्व है, जहाँ इस दिन से दुर्गा पूजा की तैयारियां पूरे उत्साह के साथ शुरू हो जाती हैं। यह दिन मां दुर्गा को धरती पर आमंत्रित करने का प्रतीक माना जाता है।
दुर्गा पूजा का विशेष उत्साह
दुर्गा पूजा का पर्व विशेष रूप से पश्चिम बंगाल में अद्भुत धूमधाम से मनाया जाता है। इस अवसर पर लोग महीनों पहले से तैयारी में जुट जाते हैं। पंडाल सजाने से लेकर बाजारों की रौनक तक, हर जगह भक्ति और उल्लास का माहौल होता है। लोग नए वस्त्र खरीदते हैं, घरों को सजाते हैं और मां दुर्गा के स्वागत में कोई कसर नहीं छोड़ते।
नवरात्रि और घर की शुभता
नवरात्रि केवल उपवास और पूजा का पर्व ही नहीं है, बल्कि इस दौरान लोग अपने घर-आंगन को भी शुभ और पवित्र बनाने पर जोर देते हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार नवरात्र में कुछ पौधे घर में लगाने से वातावरण शुद्ध होता है और परिवार में सुख-समृद्धि आती है। यह पौधे सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करते हैं और माता रानी की कृपा को स्थायी बनाते हैं।
तुलसी का पौधा
हिंदू धर्म में तुलसी को सबसे पवित्र स्थान प्राप्त है। इसे देवी लक्ष्मी का स्वरूप माना गया है। नवरात्रि में तुलसी का पौधा घर में लगाने से नकारात्मक शक्तियां दूर होती हैं और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। रोजाना संध्या के समय तुलसी के पास दीपक जलाना मां दुर्गा और भगवान विष्णु की विशेष कृपा प्राप्त करने का उपाय माना गया है।
केले का पौधा
केला भगवान विष्णु को अत्यंत प्रिय है। मान्यता है कि नवरात्रि में घर में केले का पौधा लगाने से धन की वृद्धि होती है और वैवाहिक जीवन में सुख-शांति बनी रहती है। इस बार कई श्रद्धालु नवरात्र के शुभ अवसर पर केले का पौधा लगाकर वास्तु शास्त्र के उपाय अपना रहे हैं।
शमी का पौधा
शमी का पौधा शनिदेव से जुड़ा माना जाता है, लेकिन यह भगवान शिव और मां दुर्गा को भी प्रिय है। नवरात्र में इसे घर में लगाने से शत्रुओं पर विजय मिलती है और रुके हुए कार्य पूरे होते हैं। शमी का पौधा नकारात्मक ऊर्जा को दूर कर घर के वातावरण को शुद्ध बनाता है।
गुड़हल का पौधा
लाल गुड़हल का फूल मां दुर्गा को बहुत प्रिय है। नवरात्र में गुड़हल का फूल अर्पित करने से माता शीघ्र प्रसन्न होती हैं और भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करती हैं। घर में गुड़हल का पौधा लगाने से पारिवारिक संबंधों में मधुरता आती है और घर का माहौल प्रेमपूर्ण बना रहता है।
पौधे लगाने के नियम
विशेषज्ञों का कहना है कि नवरात्रि में पौधे लगाते समय स्वच्छता और सही दिशा का ध्यान रखना आवश्यक है। पौधों को रोजाना जल देना चाहिए और उन्हें हरा-भरा बनाए रखना जरूरी है। मुरझाए हुए पौधे अशुभ माने जाते हैं, इसलिए उनकी देखभाल में लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए।
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