इंदौर। केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह अपने दो दिवसीय दौरे पर महू पहुंचे। रविवार दोपहर उन्होंने महू में बाबा साहेब अंबेडकर की जन्मस्थली पर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद उन्होंने आर्मी वॉर कॉलेज के कार्यक्रम में हिस्सा लिया और वहां उपस्थित लोगों को संबोधित किया। अपने संबोधन में राजनाथ सिंह ने कहा कि देश की सुरक्षा के लिए हमेशा सतर्क रहना आवश्यक है। चाहे दुश्मन बाहरी हों या आंतरिक, उनकी गतिविधियों पर गहरी नजर बनाए रखना जरूरी है ताकि वे देश को किसी भी प्रकार से नुकसान न पहुंचा सकें।
सेना का अनुशासन और समर्पण नागरिकों के लिए प्रेरणा का स्रोत
हमारी सेना के अनुशासन और समर्पण में कोई कमी नहीं है। सेना का कर्तव्य और देश के प्रति उनकी निष्ठा हर नागरिक को देशभक्ति की भावना से प्रेरित करती है। सैनिकों की कर्म के प्रति प्रतिबद्धता उनके गहरे राष्ट्रप्रेम का प्रमाण है। यही निस्वार्थ सेवा सेना को एक विशिष्ट और सम्मानजनक स्थान प्रदान करती है।
सिंह ने कहा कि वर्ष 2047 तक भारत को एक विकसित और आत्मनिर्भर देश बनाने का लक्ष्य रखा गया है। इस लक्ष्य को हासिल करने में सेना की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण होगी। हर क्षेत्र में हम तेजी से प्रगति कर रहे हैं, और हमें विश्व की सबसे बड़ी शक्ति बनने से कोई नहीं रोक सकता।
बाबा साहेब की जन्मस्थली का महत्व
मंत्री सिंह सोमवार को महू के कार्यक्रमों में भाग लेने के बाद उज्जैन जाएंगे, जहां वे बाबा महाकाल के दर्शन करेंगे। इसके बाद, वे दिल्ली लौट जाएंगे। रविवार को वे महू में थे और डॉ. आंबेडकर की जन्मस्थली पर भी गए। उन्होंने कहा कि महू का ऐतिहासिक महत्व बहुत बड़ा है, क्योंकि यह बाबा साहेब आंबेडकर की जन्मस्थली है। यह स्थान देशवासियों के लिए पुण्यभूमि से कम नहीं है। महू को कई वर्षों पहले एक केंटोनमेंट क्षेत्र के रूप में स्थापित किया गया था और यह भारतीय सेना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो सैन्यकर्मियों को उत्कृष्ट प्रशिक्षण प्रदान करता है।