भारत की अर्थयवस्था को लेकर नया सरकारी आंकड़ा जारी कर दिया गया है और इस पर सियासत भी शुरू हो गई है. देश के वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 7.5 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है. यह चिंताजनक आंकड़ा है, हालांकि पहली तिमाही से इसकी तुलना करें तो मोदी सरकार ऐसे में राहत की सांस ले सकती है. दूसरी तिमाही के आंकड़े को लेकर कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है.
केरल के वायनाड से सांसद और कांग्रेस नेता ने अपने ट्वीट में लिखा है कि, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत की अर्थव्यवस्था पहली बार आधिकारिक रूप से मंदी में चली गई. इससे ज्यादा अहम बात यह है कि तीन करोड़ लोग अब भी मनरेगा के तहत रोजगार की तलाश में हैं.”
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने ट्वीट में आगे लिखा कि, ‘फरमान जारी कर अर्थव्यवस्था को प्रगति के पथ पर नहीं ले जाया जा सकता. प्रधानमंत्री को यह बुनियादी बात समझने की जरूरत है.’ आपको जानकारी के लिए बता दें कि ताजा सरकारी आंकड़ों के मुताबिक़ विनिर्माण क्षेत्र में तेजी से, जीडीपी में 7.5 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है. हालांकि अनुमान और भी बड़े आंकड़े का लगाया जा रहा था. लेकिन जो भी हो इस रिपोर्ट ने केंद्र सरकार की मुश्किलों में इजाफ़ा कर दिया है.
बता दें कि इससे पहले केंद्र सरकार को चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में बहुत बड़ा झटका लगा था और भारतीय अर्थव्यवस्था इस दौरान पूरी तरह से चरमरा गई थी. देश उस समय कोरोना की शुरुआती मार को झेल रहा था और इसकी पहली तिमाही में अर्थव्यवस्था में 23.9 प्रतिशत की बड़ी गिरावट देश के लिए चुनौती का विषय बनकर सामने आई थी. इसका सबसे बड़ा और प्रमुख कारण था देशव्यापी लॉक डाउन.