पंजाब कांग्रेस में लंबी उठापटक चलने के बाद आज मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। आपको बता दें कि, शाम 5 बजे कांग्रेस विधायक दल की बैठक से पहले उन्होंने अपने करीबी विधायकों के साथ बैठक भी की। बैठक के बाद राजभवन जाकर राज्यपाल को इस्तीफा सौंप दिया। कैप्टन अमरिंदर सिंह ठीक 4:30 बजे राजभवन पहुंचे और इस्तीफा दिया। वहीं बड़ी खबर यह है कि, कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपने अलावा राज्य की पूरी मंत्रिपरिषद का भी इस्तीफा राज्यपाल को सौंप दिया है। गौरतलब है कि अब कांग्रेस को नए सीएम के अलावा पूरी कैबिनेट का ही चुनवा करना होगा।
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बता दें कि, कैप्टन अमरिंदर सिंह जब इस्तीफा देने गवर्नर हाउस पहुंचे तो उस वक्त उनके साथ पत्नी परनीत कौर भी मौजूद थीं। वहीं, कैप्टन अमरिंदर की कार्यशैली से नाराज होकर 40 विधायकों ने और मंत्रियों ने पार्टी हाईकमान से शिकायत की थी। विधायकों और मंत्रियों ने कहा कि जरूरी काम के लिए भी मुख्यमंत्री से मिलना बेहद मुश्किल है। इससे पहले हरीश रावत ने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा था कि प्रदेश के पार्टी विधायकों ने पार्टी हाईकमान को पत्र लिख कर विधायक दल की तत्काल बैठक बुलाने की मांग की है जिसे देखते हुए 18 सितंबर को शाम 5 बजे यह बैठक बुलाने का फैसला लिया गया है।
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वहीं अमरिंदर सिंह ने इस्तीफा देने के बाद मीडिया से कहा कि, आज सुबह ही कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से बात हुई थी। उन्हें जानकारी दी थी कि आज मैं अपने पद से इस्तीफ़ा दे रहा हूं। हाईकमान को मेरे ऊपर सरकार नहीं चला पाने का संदेह था। सभी समर्थकों से बात कर भविष्य का फ़ैसला लूंगा। साथ ही उन्होंने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि, मेरे ऊपर सरकार ना चला पाने का संदेह हो रहा था। मुझे लगा मेरा अपमान हुआ है। 2 महीने में 3 बार दिल्ली बुलाया गया। भविष्य की राजनीती का विकल्प खुला है। में अपने समर्थको से बात करके फैसला लूंगा। मुझे ऐसा लगा कि, आलाकमान को मुझ पर भरोसा नहीं है।