देशभर में यह जिज्ञासा बनी हुई है, कौन होगा भारत का अगला राष्ट्रपति ? 15 जून से शुरू हो चुकी नामांकन प्रक्रिया , 29 जून तक चलेगी। अगले महीने होने वाले राष्ट्रपति चुनाव को लेकर सियासी गलियारों से लेकर आम जनता में भी अटकलें तेज़ हैं। पक्ष और विपक्ष की बैठकों का सिलसिला शुरू हो चुका है। इन बैठकों में राष्ट्रपति पद के उम्मीदवारों के नामों पर चर्चाओं का दौर तेज़ है।
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भारतीय जनता पार्टी की ओर से दो नामों को सूची में वरीयता
सूत्रों के अनुसार भारतीय जनता पार्टी में राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में जिन दो नामों को सूची में सबसे ऊपर माना जा रहा है ,वे दो नाम है आरिफ मुहम्मद खान और द्रौपदी मुर्मू। आरिफ मुहम्मद खान जोकि केरल के राज्यपाल हैं, उदारवादी नेता और कट्टरपंथ के विरोधी माने जाते हैं। शाहबानो प्रकरण में कट्टरपंथ के तुष्टिकरण के विरोध में दिया था राजीव गाँधी सरकार से इस्तीफ़ा। वहीं द्रौपदी मुर्मू जोकि झारखण्ड की राज्यपाल रह चुकी हैं, आदिवासी समुदाय से आती हैं। गौरतलब है कि अब तक आदिवासी समुदाय से कोई भी व्यक्ति भारत का राष्ट्रपति नहीं बना है।
विपक्ष की ओर से इन नामों को है प्राथमिकता
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विपक्ष में भी राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के चयन हेतु बैठकों का लम्बा दौर चला। सबसे प्रमुख नाम के रूप में एनसीपी प्रमुख शरद पँवार का नाम है, जोकि महाराष्ट्र के साथ ही देश की राजनीति में वरिष्ठ नाम है। ममता बैनर्जी सहित ज्यादातर विपक्षी पार्टियों के द्वारा शरद पँवार के नाम पर सहमति दी गई है और उन्हें संयुक्त उम्मीदवार के रूप में देखा जा रहा है। हालांकि बताया जा रहा है कि शरद पँवार राष्ट्रपति पद के लिए तैयार नहीं हैं। अन्य नामों के रूप में विपक्षी पार्टियों के द्वारा गोपालकृष्ण गाँधी जोकि महात्मा गाँधी के पोते है, एन के प्रेमचंद्रन व एन सी प्रमुख फ़ारूक अब्दुल्ला की चर्चाएं तेज़ हैं।