कोलकाता। पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव जितना करीब आ रहा है उतनी ही तेजी से राजनीतिक हत्याओं का सिलसिला भी बढ़ता जा रहा है। बता दे कि, रविवार को नादिया जिले में 34 साल के एक भाजपा कार्यकर्ता का शव पेड़ से लटका हुआ मिला है। भाजपा ने सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस पर इसका आरोप लगाया है।
वही, बीजेपी ने कहा कि, गायेशपुर का निवासी बिजॉय सिल उनका कार्यकर्ता था और तृणमूल कांग्रेस के गुंडों ने उसकी जान ले ली। सत्ताधारी पार्टी ने इन आरोपों को खारिज किया है।
साथ ही, बिजॉय के भतीजे और गायेशपुर शहर में भाजपा युवा मोर्चा के उपाध्यक्ष बप्पा सिल ने कहा कि, ”उन्होंने पिछले साल लोकसभा चुनाव से पहले टीएमसी से इस्तीफा दे दिया था और बीजेपी में शामिल हो गए थे। गायेशपुर म्युनिसिपैलिटी में बीजेपी के बढ़ते प्रभाव में उनकी भूमिका हत्या के पीछे असली वजह है।”
वही, गायेशपुर म्युनिसिपैलिटी चीफ और टीएमसी लीडर मारन कुमार डे ने इन बात का खंडन करते हुए कहा कि, बिजॉय ने आत्महत्या की है। साथ ही एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि, शनिवार शाम से लापता बिजॉय के शव को पोस्ट-मॉर्टम के लिए भेज दिया गया है।
बता दे कि, सोमवार को बीजेपी ने हत्या के विरोध में कल्याणी सब डिविजन के लिए 12 घंटे बंद का ऐलान किया है। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल रॉय ने कहा कि, ”बीजेपी के सदस्य बिजॉय सिल की क्रूरता से हत्या कर दी गई। पैटर्न वही पुराना है। इस बार यह गायेशपुर में हुआ है। पश्चिम बंगाल में कानून-व्यवस्था पूरी तरह खत्म हो गया है।”