रुद्राक्ष महोत्सव स्थगित होने पर रो पड़े Pandit Pradeep Mishra , अब भक्तों को घर-घर भेजेंगे रुद्राक्ष

Ayushi
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pandit pradeep mishra

सीहोर : सीहोर में प्रसिद्ध कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा जी (pandit pradeep mishra) कुबेरेश्वर धाम में रुद्राक्ष महोत्सव के आयोजन में कथा वाचन कर रहें थें। 7 दिवसीय ये आयोजन विठलेश सेवा समिति द्वारा किया जा रहा था। जिसमें आज 3 लाख से भी ज्यादा लोग पहुँच गए, इस वजह से सारी व्यवस्थायें अनियंत्रित हो गई। बताया जा रहा है कि लगभग 40 किलोमीटर लंबा जाम लगने की खबर सामने आई थी। कहा जा रहा है कि 7 दिन में करीब 15 लाख श्रद्धालु आएंगे। इस वजह से इस कार्यक्रम को यही रोक दिया गया।

पंडित प्रदीप मिश्रा की आंखों से छलक आए आंसू –

आपको बता दे, लोगों की परेशानी को देखते हुए पंडित प्रदीप मिश्रा ने कार्यक्रम स्थगित करने की घोषणा कर दी। ऐसे में वह भावुक हो गए और उनकी आंखों से आंसू छलक आए। दरअसल, काफी लोगों की आस्था इस कार्यक्रम को लेकर जुड़ी हुई थी काफी संख्या में यहां लोग पहुंच रहे थे लेकिन कुछ ज्यादा ही संख्या में लोगों का यहां आना व्यवस्था को गड़बड़ कर गया जिसकी वजह से ये उन्हें कदम उठाना पड़ा। लेकिन पंडित प्रदीप मिश्रा ने ये भी कहा है कि अब इस कार्यक्रम को बड़े तीर्थ स्थल यानी हरिद्वार में आयोजित किया जा सकता है। इस आयोजन के लिए हरिद्वार से अनुमति भी दे दी गई है।

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जानकारी के मुताबिक, 28 फरवरी यानी सोमवार के दिन से ही इस महोत्सव की शुरुआत हुई। ऐसे में महोत्सव के पहले दिन पूर्ण विधि-विधान से रुद्राक्षों का अभिषेक किया गया। बाद में दोपहर 1 बजे शिव महापुराण का आयोजन किया गया था। ऐसे में पंडित मिश्रा ने कहा कि गुलाब के फूल में सुन्दरता और कांटे दोनों होते हैं। पर लोग कांटों की कहां परवाह करते हैं, गुलाब के लिए।

इस दौरान जितनी उन्हें इस कार्यक्रम के आयोजन होने को लेकर ख़ुशी थी उतना ही इसे स्थगित करने पर उन्हें दुख हुआ। दरअसल, व्यास गादी पर बैठे मिश्रा ने आयाेजन निरस्त करने की घोषणा की। तब ही उनकी आँखों से आंसू छलक आए। यह देख वहां मौजूद लाखों श्रद्धालुओं ने हाथ हिलाकर मना किया और फफक पड़े। ऐसे में पंडित मिश्रा ने लोगों से ये अपील करते हुए कहा कि जो जहां है, वहीं से वापस अपने घर लौट जाए। अब लोगों को घरों तक पहुंचाने की व्यवस्था विठलेश सेवा करेगी।