नई दिल्ली। एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने बिहार चुनाव में मिली सफलता से उत्साहित होकर पश्चिम बंगाल के चुनाव में उतरने का ऐलान तो कर ही दिया है। वही अब यूपी के राजनीतिक मैदान में भी अब पार्टी की एंट्री हो गई है। हालांकि अभी उत्तरप्रदेश में विधानसभा में काफी लम्बा समय है, लेकिन सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के मुखिया ओम प्रकाश राजभर और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी सियासी हलचल के लिए तैयार है। ओवैसी के आने से प्रदेश की सियासत में सरगर्मियां बढ़ गई है।
बता दे कि, मंगलवार को ओवैसी और ओम प्रकाश ने पूर्वांचल का दौरा शुरू किया है। जिसके चलते वे आजमगढ़, जौनपुर और वाराणसी गए। वही इस दौरे के बाद बीजेपी से लेकर समाजवादी पार्टी तक में इसका असर देखने को मिल रहा है। इसी कड़ी में अब अपने हालिया आजमगढ़ दौरे पर ओवैसी ने समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव पर हमला किया है। ओवैसी ने कहा कि अखिलेश ने मुख्यमंत्री रहते हुए 12 बार उन्हें यूपी आने से रोका। उन्होंने कहा कि, “अखिलेश यादव की सरकार के दौरान मेरे आने की अनुमति को 28 बार नामंजूर कर दिया गया, जबकि 12 बार तो यूपी में आने ही नहीं दिया गया। अब इजाजत मिलने के बाद मैं यहां आया हूं।”
वहीं दूसरी ओर भाजपा सांसद साक्षी महाराज ने कहा कि, ओवैसी ने बिहार में भाजपा की मदद की थी। बंगाल और यूपी विधानसभा चुनाव में भी वे मदद करेंगे। जिसके बाद इस बयान पर सपा प्रवक्ता अनुराग भदौरिया ने हमला करते हुए कहा कि साक्षी के बयान से भाजपा और ओवैसी के रिश्तों से पर्दा हट गया है।
साक्षी महाराज ने कहा कि, ‘यह ईश्वर की कृपा है। भगवान उन्हेंऔर भी शक्ति दें। उन्होंने बिहार में हमारी मदद की और उत्तर प्रदेश के साथ ही पश्चिम बंगाल में भी करेंगे।’