इन दिनों इंदौर में कोरोना के नए वैरिएंट के मामले लगातार बढ़ते नजर आ रहे हैं। दरअसल, बीते दिन ही इंदौर में ओमीक्रॉन के 8 मरीजों की पुष्टि की गई थी। जिसमें करीब 6 लोग ठीक हो चुके है। लेकिन इन मामलों को देखते हुए मध्यप्रदेश के ग्वालियर जिले में अलर्ट जारी कर दिया गया है। ये इसलिए क्योंकि जब कोरोना की दूसरी लहर आई थी तो इंदौर में सबसे पहले आई थी।
ऐसे में यहां से आने जाने वाले लोगों एक दूसरे में संक्रमण फैलते है जिसकी वजह से लगातार केस बढ़ते रहते हैं। इन सबको देखते हुए ग्वालियर जिला पहले से अलर्ट हो गया है। बताया जा रहा है कि अभी भी बाहर से आने जाने वाले लोगों की वजह से इंदौर, भोपाल, दिल्ली में ही ओमीक्रॉन के मरीज सबसे पहले आए है।
इसको लेकर जानकारों ने कहा है कि ओमीक्रॉन से बचाव के लिए वैक्सीन को मात्र 20 प्रतिशत ही ठीक बताया जा रहा है। इसलिए कोरोना के नियमों का पालन करना सबसे ज्यादा जरुरी हो गया है। लेकिन लोग लगातार लापरवाही बरत रहे हैं। ना घर से निकलने पर लोग मास्क लगा रहे है ना ही कोरोना का ध्यान रख रहे हैं। ऐसे में संक्रमण फैलने का डर और भी ज्यादा बढ़ता ही जा रहा हैं।
ओमीक्रॉन को लेकर एमआईटीएस के गणतिज्ञ डा आरएस जादौन ने कहा है कि कोरोना की तीसरी लहर अक्टूबर में आने वाली थी लेकिन वैक्सीनेशन की वजह से तीसरी लहर आने का वक्त बढ़ गया। ऐसे में उन्होंने आगे बताया कि लगातार लापरवाही बरतने की वजह से इस बार पिछली बार के मुताबिक, कोरोना का संक्रमण पांच गुना ज्यादा तेजी से फैल रहा है।