हरदा में भीषण आग हादसे को लेकर अब सियासी घमासान जारी हो गया है। पक्ष-विपक्ष ने अब इस मुद्दे को एक सियासी मुद्दा बना दिया है। पीसीसी चीफ जीतू पटवारी और अन्य कांग्रेस नेता बीजेपी पर सवाल उठा रहें है। कांग्रेस नेता अरुण यादव ने कहा की हरदा पटाखा फैक्ट्री का मालिक भाजपा नेता है, इनकी ब्लैक लिस्टेड फैक्ट्री एक बड़े कद्दावर नेता के संरक्षण में चल रही थी।
उन्होंने सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि फैक्ट्री में विगत वर्षों में 2 बार विस्फोट पहले भी हो चुका है, जिसमें 6 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी। सरकार ने इन घटनाओं से क्यों कुछ नहीं सीखा? वहीं दूसरी तरफ बीजेपी के पूर्व मंत्री कमल पटेल का कहना है कि हमने दोषियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की है। कांग्रेस हम पर आरोप लगा रही है। हमारा दोषियों से कोई वास्ता नहीं है। ये कांग्रेस के पदाधिकारी हैं। मुन्ना पटेल पार्षद है, पीपलपानी की फैक्ट्री में उनका पार्टनर भाई है। ये वर्तमान कांग्रेस विधायक के भाई हैं।
इस हादसे ने संपूर्ण राज्य में तहलका मचा दिया है। मगर अब राजनितिक पार्टी इसे एक सियासी मुद्दा बनाने लग गई है। देश की दोनों बड़ी पार्टियां एक-दूसरे के नेता पर सवाल उठा रहें है। सरकार ने सभी मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपए देने को कहा था, तो जीतू पटवारी ने हरदा में मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि मृतकों के परिजन को एक-एक करोड़ रुपए सहायता राशि देने की मांग सरकार से की है।
आपको बता दें कि कल मध्य प्रदेश के हरदा शहर से एक दर्दनाक खबर सामने आयी थी। हरदा की पटाखा फैक्ट्री में आग की वजह से करीब 12 मौत और 220 से अधिक लोगों के घायल होने की खबर सामने आयी है। इस हादसे में फैक्ट्री के आस-पास के कई घरों और मकानों में आग लगने की खबर है। गंभीर घायलों को इंदौर और भोपाल के अस्पतालों में रैफर किया गया था।