दिल्ली में डबल मर्डर की दहशत: सिविल लाइंस में महिला और बच्ची की हत्या

लगातार सामने आ रहे दोहरे हत्याकांड से दहली राजधानी, पुलिस जांच में जुटी

Dilip Mishra
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दिल्ली में डबल मर्डर की दहशत: सिविल लाइंस में महिला और बच्ची की हत्या

लगातार सामने आ रहे दोहरे हत्याकांड से दहली राजधानी, पुलिस जांच में जुटी

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में अपराध के मामले लगातार चिंता बढ़ा रहे हैं। लाजपत नगर में मां-बेटे की हत्या की गुत्थी अभी सुलझी भी नहीं थी कि अब सिविल लाइंस इलाके में महिला और 6 साल की बच्ची की हत्या से हड़कंप मच गया है। दोनों मामलों में आरोपियों के फरार होने से पुलिस की जांच और सतर्कता पर सवाल उठने लगे हैं।

महिला और बच्ची की गला रेतकर हत्या

सिविल लाइंस थाना क्षेत्र में सोमवार को दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई। यहां 22 वर्षीय महिला सोनल और एक 6 साल की मासूम बच्ची यशिका की उनके फ्लैट में गला रेतकर हत्या कर दी गई। पुलिस के अनुसार, सोनल अपनी सहेली की बेटी यशिका के साथ रह रही थी। वह अपने बॉयफ्रेंड के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में थी, जो घटना के बाद से फरार है। प्राथमिक जांच में बॉयफ्रेंड पर ही हत्या का शक जताया जा रहा है।

मौके पर पहुंची फॉरेंसिक और क्राइम टीम ने जरूरी साक्ष्य एकत्र किए हैं। हत्या के कारणों का पता लगाने के लिए फ्लैट में मिले इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों और कॉल डिटेल्स की भी जांच की जा रही है। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश तेज कर दी है।

लाजपत नगर में भी मां-बेटे की बेरहमी से हत्या

इससे पहले 3 जुलाई को लाजपत नगर में भी एक डबल मर्डर की घटना सामने आई थी। यहां 42 वर्षीय महिला और उसके किशोर बेटे के शव उनके घर से बरामद हुए थे। पुलिस के अनुसार, घर का दरवाजा अंदर से बंद था, जिसे तोड़ने के बाद महिला का शव बेडरूम में और बेटे का शव बाथरूम में मिला। प्रारंभिक जांच में घर में काम करने वाले डोमेस्टिक हेल्प (घरेलू सहायक) पर संदेह जताया गया है, जो घटना के बाद से फरार है।

लगातार हो रही घटनाओं से पुलिस पर बढ़ा दबाव

दिल्ली में एक के बाद एक दोहरे हत्याकांडों ने पुलिस प्रशासन और नागरिकों की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। दोनों मामलों में आरोपी अभी तक पकड़ से बाहर हैं। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि दोनों मामलों में तकनीकी साक्ष्य और चश्मदीदों के बयान के आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है। राजधानी में बढ़ती वारदातों ने न केवल दहशत का माहौल बना दिया है, बल्कि महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा को लेकर भी गंभीर चिंता खड़ी कर दी है।