
11 जुलाई से कांवड़ यात्रा शुरू होने जा रही है। कांवड़ यात्रा में बड़ी संख्या में शिवभक्त हरिद्वार पहुंचते हैं। हरिद्वार पुलिस प्रशासन के साथ ही एसडीआरएफ कांवड़ मेले की तैयारियों में जुटा हुआ है। कांवड़ियों की सुविधा के साथ साथ उनकी सुरक्षा को लेकर भी इस बार खास तैयारियां की जा रही हैं।
कावंड़ मेले में आने वाले कांवड़ियों की सुरक्षा को लेकर भी आपदा प्रबंधन की टीमें भी मुस्तैद हैं। एसडीआरएफ कमाण्डेन्ट अर्पण यदुवंशी ने बताया कि इस बार उनकी टीमें अत्याधुनिक उपकरणों से लैस हैं, जिसकी ट्रेनिंग भी की जा रही है। अर्पण यदुवंशी ने बताया इस बार कावंड़ मेले में अंडर वाटर सोनार सिस्टम, अंडर वाटर ड्रोन के साथ थ्रोबैग जैसे उपकरणों का इस्तेमाल किया जाएगा। अर्पण यदुवंशी ने बताया पिछले साल उनकी टीम ने करीब 250 कावड़ियो को डूबने से बचाया था। इस बार भी उनकी टीम हरिद्वार के छह अलग अलग स्थानों पर तैनात की जा रही है।

एसडीआरएफ कमाण्डेन्ट अर्पण यदुवंशी ने बताया कांवड़ मेले के दौरान एसडीआरएफ की बहुत मुख्य भूमिका रहती है। कई बार देखा जाता है कि कांवड़िये गंगा के तेज बहाव में बह जाते हैं। रेलिंग पार करके गंगा में स्नान करते वक्त भी कुछ भक्त बह जाते हैं। ऐसे में एसडीआरएफ की तैनाती उन्हें डूबने से बचाती है।