नई दिल्ली: दुनिया में इस समय कोरोना का संक्रमण सबसे ज्यादा भारत में फैला हुआ है. देश में हर दिन 3 लाख के पार नए मामले सामने आ रहे हैं. इसी के चलते दुनियाभर के कई देश भारत की मदद के लिए आगे आए हैं. जहां भारत में ऑक्सीजन, वेंटिलेटर और रेमडिसीवर इंजेक्शन की किल्लत हो रही थी, वहीं अब दुनियाभर के देशों ने इसकी पूर्ति शुरू कर दी है. एक ओर जहां ब्रिटेन में उपकरण भेजे हैं तो वहीं फ्रांस ने भी ऑक्सीजन की कमी को दूर करने के लिए हाथ बढ़ाया है. उधर बाइडन प्रशासन ने भी कहा है कि वह भारत को मदद उपलब्ध कराने के लिए 24 घंटे काम कर रहा है.
ब्रिटेन ने भारत को जीवनरक्षक सहायता की पहली खेप भेजी है, जो मंगलवार को नई दिल्ली पहुंच गई. इसमें वेंटिलेटर और ऑक्सीजन सांद्रकजैसी चीजें शामिल हैं. लंदन ने साथ ही कहा है कि अभी इस सप्ताह भेजी जाने वाली और भी खेप जुटाई जा रही है. वहीं फ्रांस ने कहा कि वह भारत को ‘पर्याप्त चिकित्सा सहायता’ की आपूर्ति करेगा ताकि देश को कोरोनोवायरस संक्रमण की एक बड़ी लहर से निपटने में मदद मिले. भारत में होने वाले शिपमेंट में ऑक्सीजन जनरेटर, रेस्पिरेटर और क्रायोजेनिक कंटेनर शामिल होंगे, जो अगले सप्ताह के अंत में शुरू हो जाएगा.
भारत में फ्रांस के राजदूत इमैनुअल लेनिन ने इस बाबत ट्वीट किया. उन्होंने कहा कि ‘अगले कुछ दिनों में फ्रांस, भारत को न केवल तत्काल राहत प्रदान करेगा, बल्कि दीर्घकालिक क्षमता वाली मदद भी करेगा. इमैनुअल ने कहा, ‘फ्रांस भारत को 8 उच्च क्षमता ऑक्सीजन जनरेटर, प्रत्येक 250 बेड के लिए साल भर ऑक्सीजन, 5 दिनों के लिए 2, 000 रोगियों को लिक्विड ऑक्सीजन, आईसीयू के लिए 28 वेंटिलेटर और उपकरण भेजेगा.’