राकांपा (सपा) अध्यक्ष शरद पवार ने शनिवार को किसी एक नेता को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार पेश करने की बात को खारिज कर दिया, जबकि शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने उद्धव ठाकरे को विपक्षी गठबंधन एमवीए के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में पेश करने की मांग की। पवार ने कोल्हापुर में संवाददाताओं से कहा, हमारा गठबंधन हमारा सामूहिक चेहरा है। एक व्यक्ति हमारा मुख्यमंत्री पद का चेहरा नहीं बन सकता। सामूहिक नेतृत्व हमारा फॉर्मूला है।
उन्होंने कहा, हमारे तीनों गठबंधन सहयोगी इस संबंध में निर्णय लेंगे। उन्होंने आगामी विधानसभा चुनावों में एमवीए की संभावनाओं पर भरोसा जताया और पुष्टि की कि पीजेंट्स एंड वर्कर्स पार्टी ऑफ इंडिया (पीडब्ल्यूपी) और आम आदमी पार्टी (आप) जैसे सहयोगियों को एमवीए में शामिल किया जाएगा।
वरिष्ठ पवार ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला द्वारा अपने भाषण के दौरान आपातकाल का जिक्र करने की भी आलोचना की और कहा कि यह उचित नहीं था और अध्यक्ष के पद के अनुकूल नहीं था। उन्होंने कहा, ष्क्या राजनीतिक बयान देना अध्यक्ष का काम है? हमें लगता है कि उनका बयान उचित नहीं था। राष्ट्रपति के भाषण में भी इस मुद्दे का संक्षिप्त उल्लेख था। वह भी जरूरी नहीं था।ष्
देखते हैं बागियों की वापसी पर पवार
पवार ने अपने भतीजे, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार द्वारा हाल ही में पेश किए गए बजट पर भी टिप्पणी की, इसे राज्य विधानसभा चुनावों से पहले उनके द्वारा किए गए बड़े प्रयासों को दिखाने का प्रयास बताया। उन्होंने राज्य के बजट के वादों की व्यवहार्यता पर संदेह व्यक्त किया। उन्होंने कहा, जब मेरी जेब में ₹70 हैं तो मैं ₹100 कैसे खर्च कर सकता हूँ?
अजित पवार गुट के विधायकों के उनकी पार्टी में लौटने की अटकलों पर पवार ने कहा, जयंत पाटिल और अन्य लोग इस बारे में जानते हैं। मैंने व्यक्तिगत रूप से किसी से मुलाकात नहीं की है। देखते हैं कौन आता है।